लोग वादें तो हजारों करते है, पर निभाते एक भी नहीं !!
वो शख्स इतना भी अच्छा नहीं था,!! जितना मैंने उसको समझ लिया था !! ये संगदिल लोगों की दुनिया है!! जरा संभलकर चलना,!! यहाँ पलकों पर बिठाया जाता है!! नजरों से गिराने के लिए !! कोई नहीं है दुश्मन अपना फिर भी परेशान हूँ मैं,!! अपने ही क्यूँ दे रहे है जख्म इस बात से हैरान हूँ मैं !! मेरी आँखे खुली है और…