*दोस्ती की परिभाषा*
*प्यार मुहब्बत कुर्बानी हंसी मज़ाक सहारा बुलन्दी और ज़िन्दगी जीने की वजह......* परवेज़ अख्तर* की कलम से- एक दोस्त के घर आग लग गई ! दूसरा दोस्त उससे मिलने गया... पूछा क्या हुआ ? 😳 पहले दोस्त ने कहा सब कुछ जल गया...... दोस्त ने पूछा बचा क्या है ? उसने कहा सिर्फ मैं....!! दूसरे दोस्त ने उसको गले लगात…
