भूदान आंदोलन के माध्यम से समानता लाने का अनूठा प्रयास किया था संत विनोबा भावे ने.....
आज ही के दिन सन 1951 में विनोबा जी को भूदान आंदोलन के लिए सर्वप्रथम आंध्र प्रदेश के पोचमपल्ली गाँव में भूमिहीन वर्ग में वितरित करने हेतु तकरीबन 100 एकड़ जमीन दान में मिली थी। भूदान आंदोलन 13 वर्ष तक निरंतर तीव्रता से चलता रहा जिसके दौरान विनोबा ने 80,000 किलोमीटर पैदल चल कर 47,00,000 एकड़ से अधिक …