हर वर्ष 24 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र दिवस मनाया जाता है। यह दिन 1945 में संयुक्त राष्ट्र संगठन (यूएनओ) की स्थापना की याद दिलाता है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जब पूरी दुनिया विनाश और अविश्वास के दौर से गुजर रही थी, तब विश्व के नेताओं ने एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय मंच की आवश्यकता महसूस की जहाँ सभी देश एक साथ बैठकर अपने मतभेदों का शांतिपूर्ण समाधान निकाल सकें और मानवता की रक्षा के लिए काम कर सकें। इसी सोच के साथ संयुक्त राष्ट्र की स्थापना हुई।
संयुक्त राष्ट्र का उद्देश्य विश्व में शांति और सुरक्षा बनाए रखना, देशों के बीच मित्रता और सहयोग को बढ़ावा देना, मानवाधिकारों की रक्षा करना तथा आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रगति को गति देना है। प्रारंभ में इसके सदस्य देशों की संख्या 51 थी, जो आज बढ़कर लगभग 200 के करीब पहुँच चुकी है।
विश्व मंच पर संयुक्त राष्ट्र ने अनेक क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में जागरूकता और उपचार के नए आयाम खोले। यूनेस्को (UNESCO) ने शिक्षा, संस्कृति और विरासत के संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाई। यूनिसेफ (UNICEF) ने बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए काम किया। वहीं संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने गरीबी उन्मूलन और सतत विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
वर्तमान समय में जब विश्व जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, युद्ध, असमानता और भूख जैसी चुनौतियों से जूझ रहा है, तब संयुक्त राष्ट्र की भूमिका और भी अहम हो जाती है। सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDGs) के माध्यम से यह संगठन वर्ष 2030 तक एक न्यायपूर्ण, समतामूलक और पर्यावरण-संतुलित विश्व के निर्माण की दिशा में कार्यरत है।
भारत संयुक्त राष्ट्र का संस्थापक सदस्य है और सदैव इसकी शांति स्थापना मिशनों में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है। भारतीय सैनिकों ने अनेक देशों में संयुक्त राष्ट्र की शांति सेनाओं में सेवा देकर विश्व में देश का मान बढ़ाया है। भारत का ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का विचार संयुक्त राष्ट्र के आदर्शों से मेल खाता है।
संयुक्त राष्ट्र दिवस हमें यह संदेश देता है कि विश्व की शांति और प्रगति तभी संभव है जब सभी देश आपसी मतभेद भुलाकर सहयोग, सह-अस्तित्व और सम्मान की भावना से आगे बढ़ें। यह दिन हमें यह भी याद दिलाता है कि हम सब एक ही वैश्विक परिवार का हिस्सा हैं, और हमारा कर्तव्य है कि हम इस धरती को शांति, प्रेम और सद्भाव का केंद्र बनाएँ।
एकजुट विश्व ही सच्ची मानवता का आधार है।
सहतवार, बलिया (उ.प्र.)
मो. नं. - 9454046303



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