विश्व साक्षरता दिवस : ज्ञान ही सबसे बड़ा प्रकाश


हर साल 8 सितम्बर को पूरी दुनिया में विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है। यह दिन केवल पढ़ने-लिखने की क्षमता का उत्सव नहीं है, बल्कि यह अवसर है शिक्षा के महत्व को समझने और उन चुनौतियों पर विचार करने का, जिनसे आज भी करोड़ों लोग जूझ रहे हैं।

साक्षरता का महत्व

साक्षरता केवल अक्षरज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने का ढंग सिखाती है। पढ़ने-लिखने की क्षमता व्यक्ति को आत्मविश्वास देती है, उसे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करती है और समाज में समान अवसर प्रदान करती है। एक साक्षर व्यक्ति न केवल अपने जीवन को संवारता है, बल्कि समाज और राष्ट्र के विकास में भी योगदान देता है।

  • साक्षरता से गरीबी कम होती है।
  • यह रोजगार के नए अवसर पैदा करती है।
  • महिलाओं की शिक्षा से परिवार और आने वाली पीढ़ी सशक्त होती है।
  • साक्षरता लोकतंत्र की जड़ें मजबूत करती है।

पृष्ठभूमि

विश्व साक्षरता दिवस की शुरुआत यूनेस्को (UNESCO) ने 1966 में की थी और 1967 से इसे पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर अशिक्षा को खत्म करना और शिक्षा को सभी तक पहुँचाना है।

भारत में साक्षरता

भारत ने स्वतंत्रता के बाद शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। आज देश की साक्षरता दर लगभग 77% तक पहुँच चुकी है, लेकिन अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों, विशेषकर महिलाओं और पिछड़े वर्गों में साक्षरता दर अपेक्षाकृत कम है। सरकार "सबको शिक्षा" और "नयी शिक्षा नीति" जैसे कार्यक्रमों के जरिए इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है।

चुनौतियाँ

  • ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कमी।
  • गरीबी और सामाजिक बंधन के कारण शिक्षा अधूरी रह जाना।
  • डिजिटल शिक्षा तक सबकी पहुँच न होना।
  • बाल श्रम और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियाँ।

समाधान और प्रयास

  • शिक्षा को केवल किताबों तक सीमित न रखकर व्यावहारिक बनाना।
  • डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना।
  • गरीब और वंचित वर्गों के लिए निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा।
  • स्थानीय स्तर पर स्वयंसेवी संगठनों और समाज का सहयोग।

निष्कर्ष

साक्षरता वह चाबी है जो अज्ञानता और गरीबी के ताले को खोलती है। यह केवल व्यक्तिगत विकास का माध्यम नहीं बल्कि सामाजिक परिवर्तन की नींव है। आज के इस विश्व साक्षरता दिवस पर हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने आसपास के हर बच्चे और वयस्क को शिक्षा से जोड़ने में सहयोग करेंगे।

साक्षर समाज ही सशक्त समाज होता है।

✍️ परिवर्तन चक्र समाचार सेवा 



Post a Comment

0 Comments