वाराणसी मंडल : रेल संरक्षा आयुक्त मो0 लतीफ खान द्वारा नवनिर्मित दोहरी लाइन फरिहा से सठियांव तक 29 किमी का किया गया संरक्षा परीक्षण


वाराणसी 10 जनवरी, 2023; रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं परिचालन सुगमता हेतु मूलभूत ढ़ांचे में विस्तार के क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के मऊ-शाहगंज रेल खण्ड के दोहरीकरण कार्य के अन्तर्गत दोहरीकृत फरिहा-सठियाँव (29.38 किमी) रेल खण्ड पर सठियांव-आजमगढ़ नवनिर्मित अप लाइन एवं आजमगढ़-फरीहा नवनिर्मित डाउन लाइन का संरक्षा परीक्षण रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वोत्तर सर्किल मो0 लतीफ खान द्वारा आज 10 जनवरी, 2023 को किया गया।  


इस निरीक्षण के दौरान मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण पूर्वोत्तर रेलवे श्री राजीव कुमार, वाराणसी मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री रामाश्रय पाण्डेय, मुख्य परियोजना प्रबंधक (RVNL) श्री विकास चन्द्रा, मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर (प्लानिंग) श्री पवन कुमार, मुख्य विद्युत डिज़ाइन इंजीनियर श्री सुदेश कुमार,उप रेल संरक्षा आयुक्त श्री बलबीर यादव, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) श्री राकेश रंजन, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक श्री ए पी सिंह,वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री आशुतोष शुक्ला, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (कर्षण) श्री आर एन सिंह, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सामान्य) श्री पंकज केशरवानी, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजिनियर श्री रजत प्रिय, मंडल इंजीनियर(सामान्य) पी पी कुजुर समेत रेल विकास निगम लिमिटेड मुख्यालय एवं वाराणसी मंडल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


रेल संरक्षा आयुक्त मो लतीफ ने सबसे पहले फरिहां रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और दोहरीकृत सेक्शन के मानक के अनुरूप स्टेशन की पूर्ण ब्लॉक वर्किंग, सिगनलों की स्टैण्डर्ड II (आर) में इंटरलॉकिंग, कलर लाइट सिग्नलिंग, स्टेशन पैनल VDU प्रणाली के साथ इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ पॉइंट्स और सिगनलों के रूट सेटिंग, मानक के अनुरूप यार्ड प्लान, न्यूट्रल सेक्शन, पावर सब स्टेशन, स्टेशन वर्किंग रूल, पैदल उपरिगामी पुल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, ओवर हेड ट्रैक्शन की ऊँचाई, ब्लॉक ओवर लैप, फाउलिंग मार्क, सैंड हम्प, फीडर पावर सप्लाई वितरण प्रणाली तथा नियंत्रण फीडर आइसोलेशन आदि की संरक्षा परखी। फरिहां स्टेशन के निरीक्षण के पश्चात रेल संरक्षा आयुक्त ने किमी सं-57/8 पर समपार फटक संख्या-40 का भी संरक्षा निरीक्षण किया और गेट मैन से दोहरिकृत सह विद्युतीकृत खण्ड पर बरते जाने वाली सावधानियों एवं कार्यप्रणाली पर संरक्षा प्रश्न पूछा और यथोचित उत्तर पाकर संतुष्ट हुए। इसके बाद उन्होंने किमी सं-57/5 पर LWR No-10 में पड़ने वाले स्विच एक्स्टेंशन जॉइंट संख्या-19 का गहन निरीक्षण किया। इसी क्रम में रेल संरक्षा आयुक्त ने किमी सं-57/4 पर पॉइंट्स सं-208A एवं 209B, माईनर ब्रिज सं-39, कर्वेचर सं-5 एवं समपार फटक सं-36 का संरक्षा निरीक्षण किया तथा दोहरीकृत रेल खण्ड के मानकों के अनुरूप विकसित सभी कार्यो को ठीक पाया।  


तदुपरान्त रेल संरक्षा आयुक्त फरिहा-सरायरानी ट्रॉली निरीक्षण करते हुए सरायरानी स्टेशन पहुँचे और स्टेशन पर दोहरीकरण सम्बंधित विकास कार्यों का निरीक्षण किया और रेल यात्रियों एवं कार्यरत रेल कर्मचारियों की सुरक्षा हेतु विभिन्न पहलुओ की जाँच की। इसके बाद रेल संरक्षा आयुक्त फरिहा-आजमगढ़ रेल खण्ड पर पड़ने वाले समपार फाटक संख्या-35, किमी सं-48/19-21 पर ओवर हेड विद्युत लाइन क्रासिंग की मानक के अनुरूप संरक्षा परखी, इसी क्रम में किमी सं-48/4 पर रेल उपरिगामी सेतु, कट कनेक्शन एवं उसके बाद किमी सं-43/6 पर पड़ने वाले रेलवे उपरिगामी सेतु का संरक्षा निरीक्षण किया और दोहरीकृत रेल खण्ड के मानक के अनुरूप यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रूल,केंद्रीकृत VDU स्टेशन पैनल,प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, कलर लाइट सिगनलिंग, ओवर हेड ट्रैक्शन की ऊँचाई, पावर फेल्योर की स्थिति में किये जाने वाले कार्य प्रणाली देखी। तत्पश्चात उन्होंने वे आजमगढ़ रेलवे स्टेशन का गहन निरीक्षण किया और दोहरीकृत रेल खण्ड के मानक के अनुरूप यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रूल, केंद्रीकृत स्टेशन पैनल, पैदल उपरिगामी पुल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग, अर्थिंग ट्रैक, ओवर हेड ट्रैक्शन की ऊँचाई, ब्लॉक ओवर लैप, फाउलिंग मार्क, सैंड हम्प, पैनल इन्टरलॉकिंग, फीडर पावर सप्लाई वितरण प्रणाली तथा नियंत्रण फीडर आइसोलेशन आदि की संरक्षा परखी। तदुपरांत मुख्य इंजिनियर आजमगढ़-सठियाँव रेल खण्ड का निरीक्षण करते हुए आगे बढ़े और समपार फाटक संख्या-28 एवं 26 का संरक्षा परिक्षण करने के बाद किमी सं-30/1-2 पर पॉइंट्स सं-201B एवं 202A का ALAINMENT व् गेज परिक्षण किया तदुपरांत किमी 31/3 पर LWR No07 पर पड़ने वाले स्विच एक्सटेंसन जॉइंट सं-13 का संरक्षा निरीक्षण कर दोहरीकृत खण्ड के मानकों के अनुरूप विभिन्न संशोधनों की जाँच के साथ-साथ इस रेल खण्ड पर पड़ने वाले समपार फाटकों का भी संरक्षा निरीक्षण किया और फाटकों पर नियुक्त गेटमैनों का दोहरीकृत खण्ड पर कार्य करने हेतु संरक्षा ज्ञान परखा और संतुष्ट हुए। 


इसके बाद रेल संरक्षा आयुक्त ट्रॉली निरीक्षण करते हुए सठियाँव रोड रेलवे स्टेशन पहुँचे और स्टेशन का व्यापक निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने दोहरीकृत मानकों के अनुरूप स्टेशन वर्किंग रुल, प्लेटफार्म के विस्तार, प्लेटफार्म से ओवर हेड की ऊँचाई, पैदल उपरिगामी पुल से ओवर हेड क्लियरेंस, कलर लाइट सिगनलिंग, प्लेटफार्म शेड एवं यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु विभिन्न यात्री सुविधाओं का निरीक्षण किया। 


फरिहाँ-सठियाँव रेल खण्ड पर निरीक्षण करते हुए रेल संरक्षा आयुक्त ने ब्लाक सेक्शन में दोहरीकरण के अनुरूप समपार फाटकों के सुधार,नई लाइन के कर्वेचर के इन्डेन्ट, नवनिर्मित पूल पुलियाओं तथा ब्लाक सेक्शन में स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार लाइन फिटिंग्स, बैलास्टिंग एवं पैकिंग, कर्वेचर पर क्लियरेंस तथा दोहरीकरण के अनुरूप समपार फाटकों बूम लॉक व हाइट गेजों के संस्थापन सुनिश्चित किया। उक्त सभी स्टेशनों में यात्री सुविधाओं के आवश्यक प्रावधान हैं। हालांकि दोहरीकरण के क्रम में कुछ स्टेशनों की इमारतों को नष्ट कर नया निर्माण स्टेशनों की श्रेणी के आधार पर रेलवे बोर्ड द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार यात्री सुविधाओं के साथ किया गया है।


ज्ञातव्य हो की फेफना-इंदारा (50.00 किमी) और मऊ-शाहगंज (99.75 किमी) सेक्शन के दोहरीकरण और विद्युतीकरण के कार्य को पिंक बुक आइटम नंबर 12 के तहत मंजूरी दी गई थी। 1028.95 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत और 1.59% आरओआर के साथ 2016-17 के 32। 2018 में रेल मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम रेल विकास निगम लिमिटेड को यह काम स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसमें पूर्वोत्तर रेलवे निर्माण संगठन द्वारा अंतिम रूप दिए गए भवनों और प्रमुख पुलों के अनुबंध शामिल हैं। इन लाइनों के दोहरीकरण से एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करके भीड़भाड़ वाले उत्तर मध्य रेलवे मार्ग पर दबाव कम हो जाएगा।


समाचार जारी किये जाने तक सी आर एस स्पेशल ट्रेन से सठियाँव-आजमगढ़-फरिहा रेल खण्ड का स्पीड ट्रायल नहीं हुआ है।


आम जनता को यह सूचना दी जाती है कि आज से सठियाँव- आजमगढ़-फरिहा रेल खण्ड को आज से दोहरीकृत समझें और रेलवे ट्रैक तथा ओवर हेड लाइन से सुरक्षित दूरी बनाये रखें।

*अशोक कुमार*

जन सम्पर्क अधिकारी, वाराणसी।



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