बच्चों को विरासत में जायदाद नहीं संस्कार दिजिए !!

 


संस्कार हिन बच्चे ही समाज को दुषित करते हैं !!

और इसके जिम्मेदार कुछ हद तक माँ बाप ही होते हैं !!


चाहें वो किसी भी धर्म का हो !!

किसी भी जाति का हो !!


आजकल लोग अपने बच्चों को मार्डन बनाने के चक्कर में 

अपने संस्कार से दुर करते जा रहे हैं !!


हम ये नहीं देखते हैं कि हमारा बच्चा कैसे लोगों के साथ रहता हैं !!

कैसे लोग उसके दोस्त हैं !!


कुछ माँ बाप के पास वक्त नहीं है अपने बच्चों के लिए !!

उनकी हर जरुरत पैसे से पुरी हो जाती हैं !!


ये सोच कर पैसा देकर अपनी जिम्मेदारी पुरी कर लेते हैं !!

और जब बच्चा गलत रास्ते पर निकल जाता हैं !!


तब वो माँ बाप की नहीं सुनता !!

अपनी बात मनवाने के लिए किसी भी हद तक जाता हैं !!


हमें अपने बच्चों को संस्कार के साथ-साथ अपने बच्चों के

दोस्तों का भी पता होना चाहिये !!


किस तरह के संगति में रहता हैं !!

कैसे कपड़े पहनता हैं !!


बच्चे में क्या बदलाव हो रहा हैं !!

हर हरकत पर नजर होनी चाहिये !!


हमारी लड़कियाँ किस तरह के लड़कों के साथ दोस्ती बढ़ा रही हैं !!

अगर वक्त रहते अपने बच्चों का सही तरह से देख रेख करते 

तो बाद में आपको समाज में शर्मिन्दा नहीं होना पड़ता !!


बेटियाँ टुकड़ों में नहीं मिलती !!

कोई भी उनके साथ गलत नहीं करता !!


जितना संस्कार हम बेटियों को दे !!

उतना ही बेटो को भी देना चाहिए !!


किसी की बहन बेटी के साथ गलत ना करे !!

हर औरत का सम्मान करे !!


विरासत में संस्कार दिजिए !!

जायदाद नहीं !!


लेखिका✍️

मीना सिंह राठौर

नोएडा, उत्तर प्रदेश। 

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