किसी की तबियत खराब होने पर कौन होगा जिमेदार? जीवन दायनी अपनी मांग को लेकर किया महा आंदोलन

मुलायम प्रसाद की रिपोर्ट-

करनई में एक स्थान पर एंबुलेंस खड़ा कर जताई नाराजगी

बलिया : सरकारी एंबुलेंस कर्मचारियों ने सोमवार को एंबुलेंस सेवा बंद कर दिया जिससे चिकित्‍सा सेवा चरमरा गई। एंबुलेंस न होने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। एंबुलेंस चालकों करनई में एम्बुलेंस खड़ी कर हड़ताल किया।

कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते दिखे। अपनी मांगों पर अड़े कर्मचारियों ने कहा कि नौकरी ठेकेदार बदले जाने पर चले जाने का खतरा बना रहता है। कर्मचारियों ने कोरोना का खतरा झेल कर भी अपनी जिम्‍मदारी निभाई है। मांग है कि कंपनी बदलने पर कर्मचारियों को न बदला जाए। पुराने व अनुभवी कर्मचारी ही रखें जाएं। कंपनी बदलने पर वेतन में किसी भी तरह की कटौती न की जाए। कर्मचारी की ट्रेनिंग सरकार के पैसे से हो रहा है तो कंपनी को बीच से हटा कर कर्मचारियों को नेशनल हेल्थ मिशन के अधीन कर एंबुलेंस का संचालन भी स्वास्थ्य विभाग को करना चाहिए। कोरोना काल में अग्रणी भूमिका निभाने वाले योद्धाओं व कोरोना वारियर्स एंबुलेंस कर्मचारियों को ठेकेदारी से मुक्त होना चाहिए।




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