ये 5 आदतें किडनी को धीरे-धीरे पहुंचा रहीं नुकसान, हो जाएं सावधान


कुछ ऐसी आदतें हैं जो आपकी किडनी को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा रही हैं। जानिए ये आदतें क्या है और किस तरह से ये किडनी पर बुरा असर डाल रही हैं।

कुछ ऐसी आदतें होती हैं जो लोगों के रुटीन में शामिल होती हैं। जैसे कि रोज जंक फूड खाना, ओवर ईटिंग कर लेना, बहुत मीठा खाना आदि। लेकिन वो इस बात को भूल जाते हैं ये आदतें उनकी सेहत पर धीरे-धीरे बुरा असर डाल रही हैं। वैसे तो सेहतमंद रहने के लिए शरीर के सभी अंगों का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। इन्हीं महत्वपूर्ण अंगों में से एक अंग का नाम किडनी है। किडनी शरीर से खून को साफ कर यूरिन बनाती है। साथ ही अन्य अंगों के जरिए इसे शरीर से बाहर निकालती है। जो कि अन्य अंगों के जरिए शरीर से बाहर निकल जाती हैं। लेकिन कुछ ऐसी आदतें हैं जो आपकी किडनी को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा रही हैं। जानिए ये आदतें क्या है और किस तरह से ये किडनी पर बुरा असर डाल रही हैं।

ज्यादा या कम पानी पीना : कुछ लोग बहुत ज्यादा पानी पीते हैं तो वहीं कुछ लोग बहुत कम पानी पीते हैं। अगर आप भी इन दोनों ही तरह के लोगों में शामिल हैं तो आपके लिए ये जानना जरूरी है कि ऐसा करना आपकी किडनी पर दबाव डालता है। कम पानी पीने से शरीर के विषैले तत्व शरीर में जमा होने लगते हैं। जिसकी वजह से आप कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। वहीं जरूरत से ज्यादा पानी पीने से किडनी पर दबाव बढ़ता है। जिससे किडनी प्रभावित होने लगती है। 

बिना डॉक्टर के परामर्श के ना खाएं ज्यादा पेन किलर : कई लोगों की आदत होती है कि वो शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द होने पर तुरंत पेन किलर खा लेते हैं। कुछ लोग तो ऐसे हैं बिना डॉक्टर की सलाह लिए रोजाना पेन किलर खाते हैं। ऐसा करना आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। खुद से एंटी बायोटिक या फिर पेन किलर लेना आपकी किडनी पर खराब असर डाल सकता है।

 ना खाएं ज्यादा नॉनवेज : खाने में जो भी चीजें आप खाएं उसमें बैलेंस का होना बहुत जरूरी है। कई लोग नॉनवेज हफ्ते में करीब 4 से 5 बार खा लेते हैं। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाइए। रेड मीट का अधिक सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ सकती है। जिससे कि आपकी किडनी में स्टोन भी हो सकता है। इसलिए इस बात का ध्यान जरूर रखें

देर तक यूरिन रोकने से : यूरिन को ज्यादा देर तक अगर आप पास नहीं करेंगे तो भी आपकी सेहत के लिए हानिकारक है। ऐसा करने से किडनी से बाहर आने वाले विषैले पदार्थ फिर से वापस जाने लगते हैं। इससे किडनी पर दोबारा प्रेशर पड़ता है।

बीपी कंट्रोल में ना रहना : बीपी हाई होने पर रक्त कोशिकाओं पर दबाव पड़ता है। इससे किडनी पर नकारात्मक असर पड़ता है। इसी वजह से बीपी को कंट्रोल में रखें। अगर बढ़ा हुआ है तो डॉक्टर से परामर्श लेकर समय पर दवाओं का सेवन करें।



 


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