भारतीय राजनीति में समाजवादी विचारधारा हमेशा परिवर्तन और जनसेवा की प्रेरक रही है। स्वतंत्रता संग्राम के दिनों से लेकर आज तक समाजवाद की यह धारा जनकल्याण, समानता और सामाजिक न्याय की दिशा में मार्गदर्शन करती रही है। इसी विचारधारा को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से देश के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी ने समाजवादी जनता पार्टी (राष्ट्रीय) की स्थापना की थी।
आज जब हम पार्टी का स्थापना दिवस मना रहे हैं, तो यह अवसर हमें चंद्रशेखर जी के उन आदर्शों और सिद्धांतों की याद दिलाता है, जिनका केंद्रबिंदु था – जनता की भागीदारी और समाज में समान अवसरों की स्थापना।
चंद्रशेखर जी ने राजनीति को सत्ता का माध्यम नहीं, बल्कि समाज परिवर्तन का औजार माना। उन्होंने अपने जीवनभर आम आदमी की समस्याओं को पहचानने और उन्हें दूर करने के लिए संघर्ष किया। उनका "भारत यात्रा" अभियान जनसंपर्क और जनजागरण का ऐतिहासिक उदाहरण रहा, जिसने ग्रामीण भारत की सच्चाई को देश के सामने रखा।
समाजवादी जनता पार्टी ने किसानों, मजदूरों, युवाओं और महिलाओं के हक की लड़ाई को हमेशा प्राथमिकता दी है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सामाजिक समानता इसके प्रमुख लक्ष्य रहे हैं। पार्टी के सिद्धांतों में स्पष्ट कहा गया है कि विकास तभी सार्थक है जब समाज के अंतिम व्यक्ति तक उसका लाभ पहुँचे।
स्थापना दिवस केवल उत्सव का नहीं, बल्कि संकल्प का दिन है — एक नए समाज के निर्माण का संकल्प, जहाँ कोई भेदभाव न हो, और हर व्यक्ति गरिमा के साथ जीवन जी सके।
आज के इस अवसर पर कार्यकर्ता पुनः यह संकल्प लेते हैं कि वे चंद्रशेखर जी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए समाजवाद की ज्योति को सदैव प्रज्वलित रखेंगे।
समाजवादी जनता पार्टी का यह स्थापना दिवस हमें याद दिलाता है कि सच्चा समाजवाद केवल नारा नहीं, बल्कि जनसेवा, त्याग और नैतिकता का जीवन दर्शन है — जो भारत के लोकतंत्र की असली आत्मा को जीवित रखता है।
परिवर्तन चक्र समाचार सेवा ✍️


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