हर वर्ष 7 नवम्बर को भारत स्काउट्स और गाइड्स का स्थापना दिवस पूरे देश में उत्साह और गर्व के साथ मनाया जाता है। यह दिन उन मूल्यों की याद दिलाता है, जिन पर संगठन की नींव रखी गई—सेवा, सत्यनिष्ठा, अनुशासन, सहयोग और राष्ट्रभक्ति।
भारत में स्काउटिंग और गाइडिंग आंदोलन की शुरुआत ब्रिटिश काल में सन 1909 में हुई थी, जब लॉर्ड बेडन पॉवेल के विचारों से प्रेरित होकर युवाओं को राष्ट्रसेवा और चरित्र निर्माण की दिशा में संगठित किया गया। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद सन 1950 में “भारत स्काउट्स और गाइड्स” संगठन का औपचारिक गठन हुआ, जिसने देशभर के युवाओं को एक मंच पर लाकर सेवा और सद्भाव का संदेश दिया।
इस संगठन का प्रमुख उद्देश्य बच्चों और युवाओं में स्वावलंबन, नेतृत्व क्षमता, सेवा भावना और नैतिक मूल्यों का विकास करना है। स्काउट्स और गाइड्स केवल वर्दीधारी संगठन नहीं हैं, बल्कि यह एक ऐसा आंदोलन है जो युवाओं को जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा देता है। आपदा प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण, रक्तदान, स्वास्थ्य जागरूकता, शिक्षा और स्वच्छता अभियानों में स्काउट्स एवं गाइड्स की भूमिका अनुकरणीय रही है।
स्थापना दिवस के अवसर पर देशभर में प्रभात फेरी, वृक्षारोपण, रक्तदान, सामुदायिक सेवा, निबंध प्रतियोगिता जैसे अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन गतिविधियों के माध्यम से सदस्य “सेवा ही सर्वोच्च धर्म है” की भावना को व्यवहार में उतारते हैं।
आज के युग में जब समाज में नैतिक मूल्यों की आवश्यकता और अधिक महसूस की जा रही है, ऐसे समय में भारत स्काउट्स और गाइड्स युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। यह संगठन न केवल “तैयार रहो (Be Prepared)” का आदर्श वाक्य सिखाता है, बल्कि जीवन में साहस, अनुशासन और सहयोग की भावना को भी जगाता है।
भारत स्काउट्स और गाइड्स का यह स्थापना दिवस हम सभी के लिए प्रेरणा का अवसर है—कि हम भी अपने जीवन में सेवा, सद्भाव और देशभक्ति के मार्ग पर चलें और एक सशक्त, सुसंस्कृत और संगठित भारत के निर्माण में योगदान दें।
पंडित विजेंद्र कुमार शर्मा ✍️
जीरा बस्ती, बलिया (उ.प्र.)



0 Comments