बदलते मौसम में बढ़ा वायरल फीवर का प्रकोप, सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव : डॉ. संतोष कुमार सिंह


बलिया। बदलते मौसम के साथ शरद ऋतु का आगमन होते ही जिले में सर्दी, जुकाम और वायरल बुखार के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जिला चिकित्सालय बलिया के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. संतोष कुमार सिंह ने परिवर्तन चक्र के संवाददाता पंडित विजेंद्र कुमार शर्मा से हुई विशेष भेंटवार्ता में कहा कि यह मौसम संक्रमण के लिए अत्यंत संवेदनशील होता है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही गंभीर बीमारियों का रूप ले सकती है।

डॉ. सिंह ने बताया कि “इन दिनों हवा में नमी और ठंडक दोनों रहती हैं, जिससे वायरस तेजी से फैलते हैं। खासतौर पर बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।”

बचाव के उपाय

  • सुबह-शाम हल्की ठंड से बचें, जरूरत पड़ने पर गर्म कपड़ों का प्रयोग करें।
  • नियमित रूप से गुनगुना पानी पीएं और सादा, सुपाच्य भोजन लें।
  • बाहर का बासी या खुला खाना खाने से बचें।
  • खांसी-जुकाम होने पर मास्क का प्रयोग करें और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
  • पर्याप्त नींद लें और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए फलों, सब्जियों व विटामिन-सी युक्त आहार का सेवन करें।

क्या करें और क्या न करें

  • बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयां न लें।
  • अगर तीन दिन से अधिक बुखार बना रहे तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
  • बच्चों और बुजुर्गों को ठंडे पेय पदार्थों व आइसक्रीम से दूर रखें।
  • हाथों की स्वच्छता बनाए रखें और दिन में कई बार हाथ धोएं।

डॉ. संतोष कुमार सिंह ने कहा, “थोड़ी सी सावधानी और समय पर इलाज से इस मौसमी वायरल से आसानी से बचा जा सकता है। सबसे जरूरी है – जागरूक रहना और खुद के साथ परिवार की भी सुरक्षा सुनिश्चित करना।”




Post a Comment

0 Comments