*भांवरकोल ब्लॉक का पखनपुरा बना विकास का मॉडल गाँव*
*प्रधान जुबैर अहमद से “परिवर्तन चक्र” की खास बातचीत*
गाजीपुर। भांवरकोल ब्लॉक का ग्राम पंचायत पखनपुरा आज विकास और जनसेवा का नया प्रतीक बन गया है। पिछले पाँच वर्षों में इस गाँव ने जो परिवर्तन देखा है, उसने पूरे क्षेत्र के लिए एक आदर्श स्थापित किया है।
“परिवर्तन चक्र” ने ग्राम प्रधान जुबैर अहमद से उनकी विकास यात्रा, योजनाओं और भावी लक्ष्यों पर विस्तार से बातचीत की।
परिवर्तन चक्र : जुबैर साहब, पखनपुरा की पहचान आज एक मॉडल गाँव के रूप में हो चुकी है। इसकी शुरुआत आपने कहाँ से की?
जुबैर अहमद : जब 2020 में मैंने जिम्मेदारी संभाली, गाँव की हालत बहुत साधारण थी। टूटी सड़कें, जलभराव और गंदगी आम बात थी। हमने तय किया कि विकास की शुरुआत बुनियादी जरूरतों से होगी। सबसे पहले पक्की सड़कों का निर्माण, नालियों की सफाई, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था और स्ट्रीट लाइट लगवाने का कार्य किया। अब गाँव की गलियाँ स्वच्छ, रोशन और कीचड़ मुक्त हैं।
परिवर्तन चक्र : ग्रामीणों का कहना है कि आपके नेतृत्व में गाँव ने आदर्श रूप धारण कर लिया है। इस सफलता का श्रेय आप किसे देते हैं?
जुबैर अहमद : यह गाँव के हर व्यक्ति की मेहनत और सहयोग का परिणाम है। हमने हर निर्णय सामूहिक रूप से लिया और पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। सीमित संसाधनों में भी अगर विकास संभव हुआ है, तो उसकी वजह गाँव की एकजुटता और विश्वास है।
परिवर्तन चक्र : आपने महिलाओं और युवाओं के सशक्तिकरण के लिए क्या कदम उठाए?
जुबैर अहमद : महिलाओं के लिए स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया, जिससे वे अब आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं। कई महिलाओं ने छोटे व्यवसाय शुरू किए हैं। युवाओं के लिए मनरेगा, प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना और कौशल विकास कार्यक्रमों का लाभ गाँव तक पहुँचाया गया। अब युवा अपने गाँव में ही काम के अवसर तलाश रहे हैं।
परिवर्तन चक्र : पखनपुरा में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की पारदर्शिता की चर्चा हर जगह है। आपने यह कैसे सुनिश्चित किया?
जुबैर अहमद : हमारी प्राथमिकता थी कि राज्य और केंद्र सरकार की हर योजना हर पात्र व्यक्ति तक पहुँचे। हमने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, जनधन योजना, वृद्धा-पेंशन, स्वच्छ भारत मिशन और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन जैसी योजनाओं को पूरी ईमानदारी से लागू किया। इनसे किसानों, महिलाओं, मजदूरों और बुजुर्गों को सीधा लाभ मिला है।
परिवर्तन चक्र : आपकी व्यक्तिगत यात्रा भी प्रेरणादायक रही है। हमारे पाठकों को अपने बारे में कुछ बताइए।
जुबैर अहमद : मैं ग्राम पखनपुरा (पोस्ट पखनपुरा, ब्लॉक भांवरकोल, तहसील मोहम्मदाबाद, जिला गाजीपुर) का निवासी हूँ। मेरा ननिहाल चौधरी घराने से है, जो वर्षों से राजनीति और समाजसेवा में सक्रिय रहा है। मेरे नाना और मामा दोनों प्रधान रह चुके हैं, उन्हीं से मैंने राजनीति की समझ पाई। पहले मैं उत्तर प्रदेश पुलिस (PAC) में जवान था, लेकिन गाँव की सेवा के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली। अब पूरी निष्ठा से अपने गाँव के विकास में जुटा हूँ।
परिवर्तन चक्र : भविष्य में आप पखनपुरा को किस रूप में देखना चाहते हैं?
जुबैर अहमद : मेरा सपना है कि पखनपुरा पूरी तरह आत्मनिर्भर, शिक्षित और डिजिटल गाँव बने। हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले, हर घर में शुद्ध पानी पहुँचे और कोई भी परिवार बुनियादी सुविधाओं से वंचित न रहे। आने वाले समय में हम पखनपुरा को प्रदेश का रोल मॉडल बनाना चाहते हैं।
परिवर्तन चक्र : अंत में गाँववासियों के लिए आपका संदेश?
जुबैर अहमद : मैं हमेशा यही कहता हूं—“विकास केवल इमारतों से नहीं, बल्कि लोगों की मुस्कान से होता है।” अगर गाँव का हर नागरिक सहयोग करे, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। पखनपुरा आज एक परिवार की तरह है — जहाँ एकता, विश्वास और विकास साथ-साथ चलते हैं।
ग्रामवासियों की राय : ग्रामवासियों का कहना है कि प्रधान जुबैर अहमद के नेतृत्व में गाँव की तस्वीर बदल गई है। सड़कों, स्वच्छता, रोशनी और पेयजल की स्थिति पहले से कहीं बेहतर है। विकास कार्यों में पारदर्शिता और सेवा भावना के कारण पखनपुरा अब वास्तव में भांवरकोल ब्लॉक का आदर्श गाँव बन चुका है।


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