बलिया। शिक्षा जगत में बलिया ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। जनपद के टकरसन गाँव के मूल निवासी आनन्द कुमार मौर्य को उत्तर प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कुलसचिव/परीक्षा नियंत्रक ग्रेड में प्रोन्नत कर महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय, आज़मगढ़ का परीक्षा नियंत्रक नियुक्त किया गया है।
इससे पूर्व वे महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी में उप कुलसचिव पद पर कार्यरत थे और प्रशासनिक कार्यों को पारदर्शी व कुशल ढंग से संपन्न कराने के लिए जाने जाते थे।
शैक्षिक व प्रशासनिक सफ़र
आनन्द कुमार मौर्य ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बलिया से ही प्राप्त की। आगे की पढ़ाई पूरी कर उन्होंने शिक्षा प्रशासन के क्षेत्र में कदम रखा और महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ में अपनी सेवाएँ दीं। अपनी लगन, ईमानदारी और कार्यकुशलता के बल पर वे लगातार तरक्की की सीढ़ियाँ चढ़ते रहे। उच्च शिक्षा विभाग में उन्होंने अपनी सशक्त पहचान बनाई और अब यह नई जिम्मेदारी उनके कॅरियर की एक बड़ी उपलब्धि है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि व गाँव से जुड़ाव
आनन्द कुमार मौर्य एक साधारण परिवार से निकलकर कड़ी मेहनत और संघर्ष के बल पर यहाँ तक पहुँचे हैं। उनके पिता एक मेहनतकश व ईमानदार व्यक्ति रहे, जिन्होंने शिक्षा को ही जीवन की सबसे बड़ी पूँजी माना। गाँव टकरसन (बलिया) की मिट्टी से जुड़े होने के कारण वे हमेशा सरल, मिलनसार और ज़मीनी व्यक्तित्व के रूप में जाने जाते हैं। गाँववासियों में उनके इस सम्मानजनक पद पर पहुँचने से अपार खुशी है और लोग इसे पूरे गाँव के लिए गौरव का क्षण मान रहे हैं।
उपलब्धि पर उमड़ा शुभकामनाओं का सैलाब
बलिया के इस लाल की बड़ी सफलता पर पूरे जिले में हर्ष की लहर है। टीडी कॉलेज बलिया के प्रोफेसर संतोष कुमार गुप्त, प्रो. धर्मेंद्र सिंह, प्रो. अशोक कुमार सिंह, डॉ. राम सिंह और इतिहासकार डॉ. शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह न सिर्फ़ आनन्द कुमार मौर्य की व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि पूरे बलिया जनपद के लिए गर्व का विषय है।
प्रेरणा का स्रोत
आनन्द कुमार मौर्य की यह नियुक्ति बलिया समेत पूरे पूर्वांचल के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत मानी जा रही है। माना जा रहा है कि उनके अनुभव व दूरदर्शी दृष्टिकोण से महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रणाली और अधिक पारदर्शी, अनुशासित व सुदृढ़ होगी।
0 Comments