*डिजिटल शिक्षा, शोध और नवाचार की राहें हुईं आसान*
बलिया। जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय और इंफ्लिबनेट (इंफॉरमेशन एंड लाइब्रेरी नेटवर्क सेंटर), गांंधीनगर के मध्य मंगलवार को राजभवन में एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। कुलाधिपति एवं राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति में हुए इस समझौता के अंतर्गत डिजिटल लाइब्रेरी सुविधा, रिसर्च डाटा मैनेजमेंट, ई-सामग्री, ई-शोध संस्थानों जैसी सेवाओं की उपलब्धता के लिए साझा प्रयत्न किये जायेंगे। इंफ्लिबनेट भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य कर रहा है। इंफ्लिबनेट उच्च शिक्षा संस्थानों के मध्य सूचना एवं पुस्तकालय सेवाओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए यूजीसी से प्रायोजित राष्ट्रीय स्तर की संस्था है।
कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि दोनों संस्थानों के मध्य हुए समझौते से शिक्षक, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक सामग्री प्राप्त होगी। विश्वविद्यालय के विद्यार्थी, शोधार्थी एवं शिक्षकों को अद्यतन उन्नत शोध एवं अध्ययन सामग्री सरलता से प्राप्त हो सकेगी। इस प्रकार विवि की अकादमिक गुणवत्ता में आशातीत प्रगति होगी।
कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि इस समझौते से विश्वविद्यालय के पुस्तकालय संसाधनों का विस्तार होगा। शोध प्रबंध के लिए शोधगंगा, शोधपत्रों की मौलिकता जाँचने के लिए, शोधशुद्धि, राष्ट्रीय ई-ग्रंथालय, ई- जर्नल्स, ई- बुक्स और डाटाबेस की सदस्यता जैसी सुविधाएँ विद्यार्थियों को सरलता से प्राप्त हो सकेंगी।
इस अवसर पर राजभवन के अपर मुख्य सचिव सुधीर महादेव बोवडे, जेएनसीयू की निदेशक शैक्षणिक डाॅ. पुष्पा मिश्रा, चीफ प्राक्टर डाॅ. प्रियंका सिंह उपस्थित रहीं।
*एमओयू के प्रमुख बिन्दु*
1. विश्वविद्यालयों को डिजिटल पुस्तकालय एवं शोध डाटा नेटवर्क से जोड़ना
2. उच्च गुणवत्ता की ई-पुस्तकों, शोध पत्रिकाओं और डाटाबेस की सुलभ उपलब्धता
3. शिक्षकों एवं शोधार्थियों के तकनीकी उन्नयन में सहयोग
4. शोध प्रबंधन एवं प्रकाशनों की वैश्विक पहुँच में वृद्धि
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