हार्ट अटैक के बढ़ रहे तेजी से मामले, डॉक्टर से समझें 5 उपाय और बचाव के तरीके


वर्तमान समय में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जो आम लोगों से लेकर सेलिब्रिटीज तक किसी की जान को भी खतरे में डाल रहे हैं। पिछले कई सालों में यह खतरनाक ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है, और गलत लाइफस्टाइल, अनहेल्दी खान-पान, स्मोकिंग, और एल्कोहल की वजह से हार्ट अटैक की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हो रही है। हार्ट अटैक के बाद मरीज को तुरंत मेडिकल सहायता मिल जाए, तो उसकी जान बचाई जा सकती है, इसके बारे में कार्डियोलॉजिस्ट से जानें।

अस्पताल पहुंचाने से जान बच सकती है : 

ग्रेटर नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी विभाग में एडिशनल डायरेक्टर, डॉ. विवेक टंडन के अनुसार, हार्ट अटैक के मामले में पहले 60 मिनट के भीतर मरीज को अस्पताल पहुंचाने से उनकी जान बचाई जा सकती है। हार्ट अटैक के बाद के 60 मिनटों को 'गोल्डन ऑवर' कहा जाता है, और यह समय तेजी से इलाज शुरू करने के लिए महत्वपूर्ण होता है। हार्ट अटैक के बाद दिल की मांसपेशियों को 80-90 मिनट के भीतर खून की सप्लाई न मिलने के कारण डैमेज हो सकता है। इसलिए, मरीज को तुरंत अस्पताल पहुंचाना जरूरी है, और इसके बाद मरीज को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) दिया जाना चाहिए, तो उनकी जान बचाई जा सकती है।

उचित देखभाल और बचाव महत्वपूर्ण : 

हार्ट अटैक से बचने के लिए लोगों को अपने जीवनशैली पर ध्यान देने की आवश्यकता है। फिट रहना, सही डाइट, हल्का व्यायाम, स्मोकिंग और शराब से दूर रहना, और नियमित चेकअप करवाना, सभी इससे बचाव करने में मदद कर सकते हैं। हार्ट अटैक के ज्यादा खतरे के लिए डायबिटीज, ब्लड प्रेशर की समस्या, और फेफड़ों के रोग जैसे अन्य मेडिकल कंडीशन्स वाले लोगों को ज्यादा सतर्क रहना चाहिए।

अच्छी तरह से देखभाल करने और नियमित चेकअप करवाने से हार्ट अटैक के जोखिम को कम किया जा सकता है, और इससे आपकी जीवनशैली में सुधार हो सकता है। याद रखें, स्वास्थ्य हमारी सबसे बड़ी धन होती है, और इसे सही दिशा में निर्देशित करना हमारी जिम्मेदारी है।

साभार - युवा हरियाणा 




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