वाराणसी, 22 मार्च 2023; मंडल रेल प्रबंधक श्री रामाश्रय पाण्डेय की अध्यक्षता में भारतेंदु सभागार कक्ष में मंडल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता एवं "मधुमेह" विषयक तकनिकी संगोष्ठी का आयोजन आज 22 मार्च, 2023 को सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) श्री ज्ञानेश त्रिपाठी, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ़्रा) श्री राहुल श्रीवास्तव, मुख्य परियोजना प्रबंधक (गतिशक्ति) श्री कौशलेश सिंह, वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक श्रीमती प्रीती वर्मा, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (आपरेशन) श्री अनिल श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सामान्य) श्री पंकज केशरवानी, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर-1 श्री रजत प्रिय, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर-2 श्री यशबीर सिंह, वरिष्ठ मंडल यान्त्रिक इंजिनीयर (ENHM) श्री आलोक केशरवानी, सहायक मंडल चिकित्साधिकारी डा अमरनाथ, वरिष्ठ मंडल संसाधन एवं आंकड़ा प्रबंधक श्री नवनीत कुमार वर्मा, मंडल कार्मिक अधिकारी श्री विवेक मिश्रा, सहायक मंडल परिचालन प्रबंधक श्री हीरा लाल, सहायक संरक्षा अधिकारी एवं राजभाषा अधिकारी श्री प्रदीप कुमार सिंह समेत विभिन्न विभागों के प्रतियोगी कर्मचारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक श्री रामाश्रय पाण्डेय ने मंडल ट्रैफिक कंट्रोलर श्री संजय गुप्ता द्वारा रचित पुस्तक "संवेदनाएं फिर जी उठेंगी" का विमोचन मंडलीय अधिकारियों के साथ पुस्तक का कवर हटाकर किया। (संवेदनाएं फिर जी उठेंगी) एक ऐसा कविता संग्रह है जो संवेदनहीन होती मानवता, व्यावसायिक होते संबंधों को झकझोरने का काम करेगी। इस पुस्तक की रचना का उद्देश्य जनमानस में प्रेम, सहयोग, मित्रता, भावनात्मकता, जागरूकता, सतत प्रयास, सपनों की उड़ान आदि जैसे शब्दों को सही मायने में परिभाषित करना तथा इनके मूल महत्व को जन-जन तक पहुंचाना है।
इस अवसर पर आयोजित "मधुमेह" विषयक तकनीकी संगोष्ठी में सहायक मंडल चिकित्साधिकारी डा अमरनाथ ने मधुमेह के चार प्रकारों का वर्णन किया तथा मधुमेह के विभिन्न चरणों एवं उसके दुष्परिणाम जैसे गुर्दा रोग, नेत्र रोग एवं मांसपेशियों के ग्लूकोमा से परिचय कराया। इसके साथ ही उन्होंने मधुमेह में बरते जाने वाली सावधानियों यथा जीवन चर्या में सुधार एवं आवश्यक दवाओं की मदद से सामान्य जीवन जीने के बारे में विस्तार से बताया।
इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में मंडल रेल प्रबंधक श्री रामाश्रय पाण्डेय ने कहा की वाराणसी मंडल अन्य क्षेत्रों के साथ ही राजभाषा के क्षेत्र में भी अग्रणी है। आप सभी जानते हैं कि काशी साहित्यकारों, चिंतकों एवं मनीषियों का नगर है। हिंदी भाषा को रेलवे ने प्रारम्भ से ही आत्मसात किया और हिंदी को अपनाकर जनता से जुड़ने का सफल प्रयास किया। किसी भी संघठन की सफलता के लिए जनता से जुड़ने और अधिकारीयों- कर्मचारियों के बिच बेहतर संवाद होना आवश्यक है। कहना न होगा कि हिंदी इन दोनों कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही है। आज आयोजित इस बैठक में राजभाषा विभाग द्वारा "मधुमेह" विषय पर गोष्ठी एवं अधिकारीयों/कर्मचारियों हेतु प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन सराहनीय कदम है। मंडल में सभी कार्यों में राजभाषा का प्रयोग सफलतापूर्वक किया जा रहा है उम्मीद है कि मंडल के अधिकारी एवं कर्मचारी राजभाषा के प्रयोग एवं प्रसार के क्षेत्र में अपना सक्रिय योगदान करते रहेंगे।
आज की बैठक में राजभाषा बैठक के अवसर पर सभी का स्वागत करते हुए अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) श्री राहुल श्रीवास्तव ने कहा सर्वप्रथम मैं नव संवत्सर की शुभकामनायें देते हुए मंडल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की इस बैठक में पधारे सभी सदस्यों का हार्दिक स्वागत करता हूँ। इस अवसर पर अधिकारियों/कर्मचारियों एवं समिति के सदस्यों के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता एवं "मधुमेह" विषयक तकनीकी संगोष्ठी आयोजन हमारे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने एवं हिंदी के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से किया गया है।
आज आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में मंडलीय अधिकारियों समेत मंडल कार्यालय पर कार्यरत कुल 45 कर्मचारियों ने भाग लिया जिसमें प्रत्येक सही जवाब देने वाले प्रत्येक व्यक्ति को राजभाषा विभाग की तरफ से एक पुस्तक भेंट की गयी। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का संचालन मुख्य हित निरीक्षक श्री राहुल भट्ट द्वारा किया गया।
इसके पूर्व सभी का स्वागत करते हुए राजभाषा अधिकारी श्री प्रदीप कुमार सिंह ने राजभाषा पर सुझावों पर विस्तृत चर्चा की और सुधार के बारे में बताया। इस बैठक के दौरान राजभाषा प्रगति की समीक्षा की गयी, पिछले कार्यान्वयन समिति की बैठक के कार्यवृन्त की पुष्टि की गयी तथा अगली बैठक हेतु सुझाव लिए गये। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन राजभाषा अधिकारी श्री प्रदीप कुमार सिंह ने किया।
अशोक कुमार
जनसम्पर्क अधिकारी, वाराणसी।
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