उत्तर प्रदेश में निवेशकों के लिए बनाई गई हैं दूरगामी, दूरदर्शी, परिणामपरक व लाभकारी नीतियां


-नीदरलैंड और भारत के पारस्परिक व व्यापारिक संबंध पहले से भी मजबूत रहे हैं।

-उत्तर प्रदेश में निवेश का रोडमैप बहुत ही शानदार।

-उत्तर प्रदेश में कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण एवं डेयरी सेक्टर में असीम अवसर हैं।

-हर सेक्टर के लिए सरल व सुलभ कार्ययोजना बनाई गयी है : श्री केशव प्रसाद मौर्य                              

लखनऊ : 11 फरवरी 2023। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट- 2023 के तहत आज दूसरे दिन उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में पार्टनर कंट्री नीदरलैंड के साथ कार्यशाला (सत्र) का आयोजन व्यास हाल वृंदावन कॉलोनी लखनऊ में किया गया। 


इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि नीदरलैंड और भारत के पारस्परिक संबंध बहुत अच्छे रहे हैं और अच्छे हैं। नीदरलैंड पहले से ही भारत मे निवेश कर रहा है। विश्वास व्यक्त किया कि आगे और अधिक कारोबार कर नई ऊंचाइयां प्राप्त करेगा। कहा कि उत्तर प्रदेश में कारोबार व निवेश की अपार संभावनाएं हैं। यहां उपभोक्ताओं की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि जब से केंद्र में भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में व उत्तर प्रदेश में श्री योगी जी के नेतृत्व में सरकार बनी है, तबसे यहां पर कोई राजनीतिक लाभ लेने वाली नीतियां नहीं बनी है, बल्कि दूरगामी, दूरदर्शी और परिणापरक व लाभकारी नीतियां बनी है, जो भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बहुत ही कारगर सिद्ध होगी और निवेशकों के लिए भी बहुत उपयोगी सिद्ध होगी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निवेश के लिए बहुत ही प्रभावी रोडमैप तैयार किया गया है। भारत के बड़े औद्योगिक घरानों द्वारा भी उत्तर प्रदेश में निवेश किया गया है लेकिन अभी और बहुत कुछ निवेश करने की आवश्यकता है जिस पर कई कंपनियों ने सहमति भी जताई है।


उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है। यहां हर सेक्टर के लिए शानदार नीतियां बनाई गई हैं। यूपी की ब्यूरोक्रेसी भी पूरी रफ्तार से इस दिशा में सक्रिय है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भरोसा दिलाया कि निवेशकों को किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा जहां कहीं कोई बाधा आई, सरकार तत्काल उनका निराकरण करेगी।


उपमुख्यमंत्री ने पिछले दिनों अपने नीदरलैंड दौरे के दौरान किए गए रोड शो का जिक्र करते हुए कहा कि नीदरलैंड के निवासी और वहां पर अप्रवासी भारतीयों के बीच बहुत ही मधुर संबंध देखने को मिले और इन संबंधों को और अधिक मजबूत करने का हम संकल्प लेते हैं। कहा कि नीदरलैंड के साथ कारोबार में निरंतर वृद्धि हो रही है। हमारा भी निर्यात बढ़ा है। उन्होंने कहा कि नीदरलैंड की फिलिप्स कंपनी के उपकरण आज भी भारत के घर-घर में हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात मॉडल की तरह उत्तर प्रदेश में भी कार्य करने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है।


श्री मौर्य ने बताया कि भारत से नीदरलैंड को निर्यात की जाने वाली मुख्य वस्तुओं में पेट्रोलियम उत्पाद, परिधान, टेक्सटाइल यार्न, फेब्रिक व तैयार वस्तुएं, जैविक रसायन सब्जियां एवं फल व विद्युत मशीनरी सम्मिलित हैं। नीदरलैंड से भारत में आयात की जाने वाली मुख्य वस्तुओं में धातु लौह अयस्क एवं धातु स्क्रैप, प्लास्टिक तथा सामान्य औद्योगिक मशीनरी सम्मिलित हैं। भारत में 200 से अधिक डच कंपनियां क्रियाशील है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के दूरदर्शी नेतृत्व में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और सुदृढ़ हुए हैं।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि निवेशकों की सुविधा के लिए एक व्यापक रूपरेखा तैयार की गई है। रिफॉर्म परफॉर्म एंड ट्रांसफॉर्म के व्यापक सिद्धांत पर आधारित सरकार के परिवर्तनकारी कदमो व नीतियों के परिणाम स्वरूप राज्य में त्वरित औद्योगीकरण तथा निवेशकों के विश्वास में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है और इस गति की सतत निरंतरता बनाए रखने एवं निवेशोन्मुख दिशा प्रदान करने के उद्देश्य से राज्य की निवेश प्रोत्साहन एवं सुविधा संस्था-इनवेस्ट यूपी द्वारा एक व्यापक निवेश सेवा ढांचा- "इन्वेस्ट यूपी 2.0"विकसित किया जा रहा है, जिसमें चार स्तंभ सम्मिलित हैं।

श्री मौर्य ने बताया कि प्रदेश को स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में घोषित किया गया है। गांवों को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने की योजना में प्रत्येक ग्राम पंचायत में आप्टिकल फाइबर और वाईफाई की सुविधाओं को उपलब्ध कराने की दिशा में काम किया जा रहा है। 

बताया कि भारत की खाद्य टोकरी के रूप में विख्यात उत्तर प्रदेश में कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण एवं डेयरी सेक्टर में असीम अवसर हैं। उत्तर प्रदेश में खाद्यान्न, दूध, गन्ने का सबसे बड़ा उत्पादक है। डिफेंस सेक्टर में माननीय प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर के विजन की पूर्ति हेतु हम समर्पित है, 5000 हेक्टेयर भूमि पर 6 नोड्स के साथ डिफेंस कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में अनेक बड़ी औद्योगिक परियोजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं, मेडिकल डिवाइस पार्क, फिल्म सिटी, टॉय पार्क, अप्रैल पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क एवं लॉजिस्टिक हब विकसित किए जा रहे हैं।  

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन के अवसर पर विकसित जीआईएस पार्क में वृक्षारोपण भी किया।

किरेम्को इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सीईओ सुश्री भावना विश्वनाथ में अपने सारगर्भित व प्रेरक उद्बोधन में कहा कि गुजरात में आलू की प्रोसेसिंग के क्षेत्र में उनकी कंपनी द्वारा कार्य किया जा रहा है उत्तर प्रदेश में आलू का बहुत अच्छा उत्पादन होता है, लेकिन उत्पादन के सापेक्ष आलू की प्रोसेसिंग का कार्य बहुत कम है, इस दिशा में कार्य करने हेतु उन्होंने अपनी उत्सुकता प्रकट की और कहा कि हमारी कंपनी रेकरिंग इन्वेस्टमेंट करती है और इस दिशा में उत्तर प्रदेश में कार्य किये जाने का उन्होंने आश्वासन दिया। पाक्यूस पर्यावरण प्रौद्योगिकी प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री सुदीप संगमेश्वरन, सनसोर्स एनर्जी के एमडी व सीईओ श्री कुशाग्र नंदन, जी सी इंटरनेशनल के डायरेक्टर श्री थेरस गिलिंग ने औद्योगिक परिपेक्ष्य में अपने अनुभव साझा किए। सिग्नीफाई इनोवेशन इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ निदेशक, कमर्शियल लीडर श्री गिरीश कुमार चावला, सीआईआई उत्तर प्रदेश स्टेट काउंसिल के चेयरमैन एवं टेक्निकल एसोसिएट इंडस्ट्रीज लिमिटेड चीफ कार्यकारी अधिकारी विनम्र अग्रवाल ने भी अपने अनुभव साझा किए।

अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री श्री मनोहर लाल उर्फ मन्नू कोरी, प्रबंध निदेशक पिकप श्री पीयूष वर्मा, सहित देश, विदेश के उद्यमी, निवेशक और विशेषज्ञ मौजूद रहे।

बी एल यादव

सूचना अधिकारी।



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