बलिया। महर्षि बाल्मिकी जयंती पर अयोध्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग उ.प्र. द्वारा जिले के बाल्मीकी आश्रम, सीतादेवी मंदिर पचेव, बाल्मीकी मंदिर बलिया, कामेश्वरधाम कारों, मानस मंदिर गायघाट एवं राधेकृष्ण आर्ट गैलरी पर रामचरित मानस पाठ तथा भजन कीर्तन का आयोजन जागरुक संस्थान के संयोजन में किया गया।
इस संबंध में जिले क कार्यक्रम संयोजक शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने बताया कि जिले के सांस्कृतिक गौरव व पर्यटन विकास की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण पहल है, क्योंकि बलिया जिले के नामकरण की कहानी भी बाल्मिकी आश्रम से जुड़ी है।
बाल्मीकी आश्रम, देवी मन्दिर पचेव में रामचरित मानस पाठ का आयोजन अभय सिंह कुशवाहा के नेतृत्व में किया गया पाठकत्र्ता के रुप में, पंकज कुमार, आशुतोष सिंह, निरंजन गुप्ता, गोलू, छोटेलाल रहें।
मानस मन्दिर गायघाट में जयंती के अवसर पर सुन्दरकाण्ड का पाठ विद्वत जन द्वारा समाजसेवी संजय सिंह के संयोजन में किया गया। उक्त कार्यक्रम में संत रामदास, पुजारी नारायण दास, उमाशंकर, पारस पाण्डेय, पशुपति माली सहित बाल्मीकि समाज के एक दर्जन लोगों को अंगवस्त्रम से सम्मानित किया गया। इस आयोजन में, पूर्वप्रधान सूरेन्द्र सिंह, लाल साहब, पिन्टू सिंह, बलिराम सिंह उपस्थित रहे।
बाल्मीकी मंदिर, बलिया में प्रातः कालीन पूजा-अर्चना के उपरान्त भजन कीर्तन का आयोजन घनश्याम दास जौहरी के संरक्षण में किया गया।
राधेकृष्ण आर्ट गैलरी, मंगलक्षेत्र नगवां में प्रो0 संतोष प्रसाद गुप्त के संयोजन में कीर्तन एवं गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्यरुप से डा0 फतेहचन्द्र बेचैन, डाॅ0 प्रदीप बाल्मीकी, घूरा राम, मोहित गुप्ता, बब्बन यादव, मधु गुप्ता, रुद्रांस गुप्ता सम्मिलित रहें।
इसी कड़ी में कामेश्वर धाम कारों में प्रबंधक रमाशंकर दास जी द्वारा महर्षि बाल्मीकी पूजन एवं मानस पाठ का आयोजन किया गाय।
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