सर्दियों में मूली खाने से दूर होती हैं ये 4 परेशानियां, आप भी करें ट्राई


आज हम आपको सर्दियों में मूली खाने के फायदों के बारे में बता रहे हैं जो एक्‍सपर्ट द्वारा बताए गए हैं।  

ठंड का मौसम शुरू हो गया है। इस मौसम में कई बीमारियों का संकट भी बढ़ जाता है। अगर आपको इस सर्दी के मौसम में बीमारियों से बचना है और इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत करना है, तो ऐसे कई ऐसे फूड्स हैं जो ठंड में आपकी सेहत का खास ख्याल रख सकते हैं। 

इस सब्जी का नाम जानकर आप यकीन नहीं कर पाएंगे। दरअसल हम यहां मूली के बारे में बात कर रहे हैं। बढ़ती सर्दी, ब्लड प्रेशर, त्वचा और डाइजेस्टिव सिस्‍टम से लेकर इम्‍यून सिस्‍टम तक के लिए भी मूली जरूरी है। 

लोग मूली को बहुत पसंद करते हैं। इसका सेवन कई तरह से किया जाता है। मूली को परांठे और सलाद के रूप में खा सकते हैं या अचार के रूप में भी खा सकते हैं। लेकिन क्‍या आप जानती हैं कि मूली आपकी हेल्‍थ के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। इसकी जानकारी अवॉर्ड विनिंग न्‍यूट्रिशनिस्‍ट लवनीत बत्रा ने अपने इंस्‍टाग्राम के माध्‍यम से फैन्‍स के साथ शेयर किया है। 

इसके कैप्‍शन में उन्‍होंने लिखा है, 'मूली एक आम सब्जी है जिसका उपयोग भारतीय रसोई में किया जाता है। हालांकि, मूली को केवल सलाद की संगत माना जाता है लेकिन मूली में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य लाभ होते हैं।' आइए जानते हैं मूली के स्वास्थ्य लाभों के बारे में।

एंटी-कैंसर्स गुण होते हैं मौजूद : 

मूली जैसी क्रूस वाली सब्जियां खाने से कैंसर को रोकने में मदद मिल सकती है। एक अध्ययन के अनुसार, क्रूसिफेरस सब्जियों में ऐसे यौगिक होते हैं जो पानी के साथ मिलाने पर आइसोथियोसाइनेट्स में टूट जाते हैं। 

आइसोथियोसाइनेट्स कैंसर पैदा करने वाले पदार्थों से शरीर को शुद्ध करने और ट्यूमर के विकास को रोकने में मदद करते हैं।

डायबिटीज को करता है मैनेज : 

मूली के शक्तिशाली एंटी-डायबिटिक गुण इम्‍यून प्रतिक्रिया को ट्रिगर करते हैं, ग्लूकोज को बढ़ाते हैं और ब्‍लड शुगर लेवल को नियंत्रित करते हैं। एडिपोनेक्टिन एक हार्मोन है जो ब्‍लड शुगर लेवल को विनियमित करने के लिए जिम्मेदार है। 

इस हार्मोन का हाई लेवल इंसुलिन प्रतिरोध से बचाने में मदद कर सकता है। मूली में कोएंजाइम Q10 भी होता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है जो डायबिटीज के गठन को रोकने में मदद करता है।

मूली में बायोएक्टिव यौगिक होते हैं जो एडिपोनेक्टिन को नियंत्रित करते हैं और ग्लूकोज होमियोस्टेसिस को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

डाइजेस्टिव सिस्‍टम के लिए : 

मूली घुलनशील और अघुलनशील फाइबर का एक कॉम्बो प्रदान करता है, जो आपके जीआई ट्रेक्‍ट के लिए बहुत अच्छा है। फाइबर आपकी आंतों के माध्यम से अपशिष्ट को स्थानांतरित करने में मदद करने के लिए आपके मल को ऊपर उठाकर कब्ज को रोकने में मदद करता है।

मूली डाइटरी फाइबर से भरपूर होती है, जो पाचन संबंधी समस्याओं में मदद करती है। यदि आपके पास प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में मूली का सलाद है, तो आपका मल त्याग सुचारू होगा। इतना ही नहीं, मूली के पर्याप्त सेवन से आपको कब्ज नहीं होगी।

एंटीहाइपरटेंसिव प्रभाव : 

मूली पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत है, जो ब्‍लड प्रेशर लेवल को नियंत्रित करने और हार्ट को ठीक से काम करने में मदद करता है। इनमें एंथोसायनिन नामक यौगिक होते हैं जो ब्‍लड सर्कुलेशन और लो ब्‍लड प्रेशर को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

मूली एंटीऑक्सीडेंट और कैल्शियम और पोटेशियम जैसे मिनरल्‍स से भरपूर होती है। साथ में, ये पोषक तत्व हाई ब्‍लड प्रेशर को कम करने और हार्ट रोग के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं। मूली भी प्राकृतिक नाइट्रेट का एक अच्छा स्रोत है जो ब्‍लड फ्लो में सुधार करती है।

पोटेशियम से भरपूर, मूली शरीर में सोडियम-पोटेशियम बैलेंस बनाए रखकर ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने में मदद कर सकती है। यह एंटी-हाइपरटेंसिव गुण यही कारण है कि हर किसी को सर्दियों में पर्याप्त मूली लेनी चाहिए। 

साभार-हरजिंदगी



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