बुरा वक्त आने से पहले मिलने लगते हैं ये संकेत, भूलकर भी इन्हें न करें अनदेखा


रात के बाद दिन होता है और उसी प्रकार से दुख के बाद सुख की प्राप्ति होती है. कहते हैं कि बुरा वक्त आने से पहले भगवान कुछ संकेत देते हैं, जो इन्हें समझ लेता है, उसे संभलने का मौका मिल जाता है.

शास्त्रों में शकुन अपशकुन के बारे में बताया गया है. कहते हैं कि वन जाने से पहले भगवान राम और माता सीता को भी अपशकुन हुआ था, जिसका तुलसीदास से कुछ इस तरह से वर्णन किया है-

सुनत राम अभिषेक सुहावा। बाज गहागह अवध बधावा॥

राम सीय तन सगुन जनाए। फरकहिं मंगल अंग सुहाए॥

इस चौपाई का अर्थ है कि- भगवान राम के राज्याभिषेक की सुहावनी खबर सुनते ही अवधभर में बड़ी धूम से बधावे बजने लगे, भगवान राम और माता सीता के शरीर में भी शुभ शकुन सूचित हुए. उनके सुंदर मंगल अंग फड़कने लगे

शकुन शास्त्र में अंगों के फड़कने के अलग अलग शुभ और अशुभ संकेत बताए गए हैं. माना जाता है कि जब कुछ बुरा होने वाला होता है तो उसके संकेत व्यक्ति को मिलने लगते हैं, जो लोग इन्हें जानकार भी अनदेखा कर देता है, वे कष्ट और दुख उठाते हैं, इसलिए इन संकेतों को कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए. यहां पर कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताया जा रहा है जिनके मिलने के बाद व्यक्ति को संभल जाना चाहिए. ये संकेत इस प्रकार हैं-

मंगलसूत्र का अचानक टूटना : शकुन संकेत के अनुसार यदि किसी महिला का मंगलसूत्र अचानक टूट जाता है तो पति के जीवन पर आने वाले संकट का संकेत हो सकता है. इस स्थिति में पत्नी को पति की रक्षा और लंबी आयु के लिए तुलसी की पूजा करनी चाहिए.

पूजा करते समय थाली का गिरना : यदि पूजा के दौरान पूजा की थाली गिर जाए तो इसे अच्छा संकेत नहीं माना गया है. ऐसी मान्यता है कि पूजा की थाली का गिरना इस बात का भी संकेत हो सकता है कि आपसे देवतागण रुष्ट हैं. इसलिए पूजा नियमों का सही से पालन करना चाहिए. इसके साथ ही जीवन में नियम और अनुशासन को भी अपनाना चाहिए. 

सिंदूर की डिब्बी का हाथ से छूटकर गिर जाना : यदि सिंदूर लगाते समय किसी सुगहागिन के हाथों से सिंदूर की डिब्बी हाथ से छूटकर गिर जाए तो इसे शुभ संकेत नहीं माना गया है. माना जाता है कि ये पति के कारोबार या जॉब में परेशानी आने का संकेत हो सकता है. भगवान विष्णु की पूजा करने से संकटों से मुक्ति मिलती है.

Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

साभार-abp news




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