बलिया : जनपद में मनाया जा रहा है मातृ वंदना सप्ताह : डॉ. सुधीर

 


सात सितम्बर तक चलेगा यह सप्ताह

बलिया, 5 सितम्बर 2022। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) का लाभ पहली बार गर्भवती होने वाली अधिक से अधिक महिलाओं को पहुंचाने के लिए जनपद में मातृ वंदना सप्ताह मनाया जा रहा है। एक सितम्बर से शुरू हुआ यह सप्ताह सात सितम्बर तक चलेगा। पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल और सही पोषण के लिए इस योजना के तहत तीन किश्तों में 5000 रुपये दिए जाते हैं। 

यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ० सुधीर कुमार तिवारी ने दी। उन्होंने बताया कि जनपद के सभी सीएचसी, पीएचसी के अधीक्षक /प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि  मातृ वंदना सप्ताह के दौरान योजना से संबंधित कार्यों को प्राथमिकता दें। बीपीएम, बीसीपीएम, कंप्यूटर ऑपरेटर, एएनएम, आशा कार्यकत्री और आशा संगिनी इस कार्य में शिथिलता न बरतें। 

पीएमएमवीवाई योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक  इमरान अहमद ने बताया कि  सप्ताह के दौरान  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पंजीकरण शिविर एवं बैकलॉग निस्तारण कैंप का आयोजन किया जा रहा है। वार्षिक पंजीकरण लक्ष्य के साथ-साथ लंबित प्रकरणों का निस्तारण भी किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता  द्वारा अपने-अपने कार्य क्षेत्र में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के विषय में पात्र लोगों को घर-घर जाकर लाभ लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। गृह भ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता  द्वारा लाभार्थियों को लाभ लेने के लिए पूरी प्रक्रिया और पात्रता की जानकारी दी जा रही है।

जिले की स्थिति:- 

जनपद का लक्ष्य योजना के शुरुआत जनवरी 2017 से अब तक 98192 गर्भवती के पंजीकरण का है,  जिसके  सापेक्ष लक्ष्य की उपलब्धि 87859 है। योजना की शुरुआत  के बाद अब तक लाभार्थी के खाते में 33.89 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। सप्ताह अंर्तगत पंजीकरण शिविर बैक लॉक निस्तारण कैंप का प्रावधान रखा गया है जिससे कि वार्षिक पंजीकरण लक्ष्य के साथ लंबित प्रकरणों का निस्तारण किया जा सके।

उन्होंने बताया कि इस योजना के सम्बंध में अगर कोई जानकारी करना चाहता है तो वह टोल फ्री नम्बर 104 पर काल कर अपनी शंका का समाधान कर सकता है। इस योजना के अंतर्गत पहली बार गर्भवती होने वाली महिला को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल और सही पोषण के लिए तीन किश्तों में 5,000 रूपये दिये जाते हैं। इसके लिए पंजीकरण कराना पड़ता है। रजिस्ट्रेशन होते ही लाभार्थी को 1,000 रूपये की पहली किश्त सीधे बैंक खाते में जाती है। दूसरी किश्त 2,000 रूपये की प्रसव पूर्व पहली जांच होने पर और 2000 रूपये की तीसरी किश्त बच्चे के जन्म के बाद टीकाकरण का पहला चक्र पूरा होने के बाद दी जाती है। यह सभी भुगतान लाभार्थी के बैंक के खाते में सीधे किये जाते हैं।



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