नीम और मिश्री दोनों ही सेहत के लिहाज से बहुत फायदेमंद हैं. विभिन्न बीमारियों में इनका औषधि के तौर पर उपयोग होता है लेकिन इन दोनों का कॉम्बिनेशन पॉवर-पैक इम्युनिटी बूस्टर की तरह है.
आमतौर पर लोग भोजन करने के बाद मिश्री को सौंफ के साथ खाते हैं. इसके अलावा प्रसाद के तौर पर भी मिश्री का बड़े पैमाने पर उपयोग होता है. इसी तरह अपने एंटी बैक्टीरियल गुणों और खुशबू के कारण नीम का उपयोग दवाओं में, भोजन में और स्किन केयर में होता है. लेकिन यह बात कम ही लोग जानते हैं कि मिश्री और नीम दोनों को मिलाकर उसका उपयोग किया जाए तो यह बहुत ही शानदार नतीजे देता है. यूं कहें कि इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में नीम और मिश्री का कॉम्बिनेशन बहुत ही शानदार है.
पीएम मोदी भी खाते हैं नीम-मिश्री
पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार पोस्ट करके नीम और मिश्री को साथ में इस्तेमाल करने के फायदे बताए थे. उन्होंने अपनी पोस्ट में बताया था कि वह नीम की पत्तियों और उसकी गुरबेल का रस मिश्री के साथ लेते हैं. इससे इम्यून सिस्टम बहुत अच्छा रहता है और शरीर को तमाम बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है. इसके अलावा यह कॉम्बिनेशन शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाता है. इससे थकान, कमजोरी आना, एनीमिया जैसी समस्याएं दूर होती हैं. कुल मिलाकर यह बहुत ही बढ़िया इम्युनिटी बूस्टर है.
नीम की दातून भी बेहद काम की
नीम के पेड़ की खासियत है कि इसकी जड़, पत्तियां, गुरबेल और यहां तक की लकड़ी यानी कि दातून बहुत ही फायदेमंद होती हैं. यानी कि नीम के पेड़ का हर हिस्सा बहुत काम का होता है. नीम की दातून करने से दांत मजबूत होते हैं. कई व्रतों में सामान्य टूथपेस्ट-ब्रश करने की बजाय नीम की दातून करने के लिए कहा गया है. इसका धार्मिक महत्व भी है. इसी तरह मिश्री पाचन बेहतर करती है. वहीं मिश्री खाने से खांसी में राहत मिलती है.
(नोट: यह आर्टिकल सामान्य ज्ञान के आधार पर लिखा गया है. किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर्स या एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर ले लें.)
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