गिलोय का काढ़ा पीते हैं तो हो जाएं सावधान, इम्यूनिटी बूस्टर तो है पर लिवर को पहुंचा सकता है नुकसान


कोरोना काल में लोगों ने इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए तुलसी, गिलोय और अलग-अलग काढ़े का खूब इस्तेमाल किया था. अब, एक ताजा रिसर्च में बताया गया है ये आपके लिवर के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है.


लिवर मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग है और सेहत और लंबी जिंदगी के लिए जरूरी है कि लिवर की सेहत को बनाए रखा जाए क्योंकि ये महत्वपूर्ण शारीरिक काम करता है. वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण के समय इम्यून रिस्पॉन्स बढ़ाने से लेकर, ब्लड छानने, बेकार पदार्थों का निवारण, प्रोटीन निर्माण, पूरे शरीर में दवाइयों का ले जाने तक, लीवर इन महत्वपूर्ण कामों को सुविधाजनक बनाता है. 

गिलोय का काढ़ा लिवर को कर सकता है नुकसान : 

कोरोना महामारी के दौरान पिछले दो वर्षों में मेडिकल बिरादरी ने कोविड-19 के जोखिम को कम करने के लिए अपनी इम्यूनिटी लेवल बढ़ाने पर जोर दिया है. कोरोना संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए लोगों ने देसी दवाइयों के सभी प्रकार का इस्तेमाल किया. ऐसा ही इम्यूनिटी बढ़ानेवाला तरीका आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी का मिश्रण रहा है. गिलोय, जिसे कोविड-19 संक्रमण के खिलाफ प्रभावी समझा गया था, उसकी मंजूरी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अमेरिका ने उपचारात्मक उद्देश्यों के लिए दी थी. आयुष मंत्रालय की तरफ से भी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए गिलोय को अनुशंसित वैकल्पिक दवाओं में शामिल किया गया था. लेकिन, ताजा रिसर्च में चेताया गया है कि गिलोय का काढ़ा लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है. 

लिवर की सेहत और गिलोय के बीच क्या है संबंध?

गिलोय एक जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाइयों की तैयारी में किया जाता है. उसमें विटामिन सी और मिनरल्स होते हैं, और वायरल बुखार के खिलाफ इम्यूनिटी लेवल बढ़ाने के लिए जाना जाता है. जर्नल ऑफ क्लीनिकल एंड एक्सपीरिमेंटल हेपाटोलॉजी में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, बहुत ज्यादा गिलोय का काढ़ा पीने से लिवर टॉक्सिसिटी की समस्या हो सकती है. दरअसल, महामारी के दौरान लोग भूल गए कि जड़ी-बूटी का मिश्रण संतुलित मात्रा में पीया जाना था. अनुमान लगाया जाता है कि इसका कारण प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रक्रिया है जिसमें प्राचीन जड़ी-बूटियों की रसायनिक प्रतिक्रिया या उनका दूसरी दवाइयों के साथ परस्पर प्रभाव है.

रिसर्च से पता चलता है कि गिलोय से इम्यून रिस्पॉन्स के कारण टॉक्सिक हो लिवर सकता है. ये उस वक्त होता है जब शरीर का इम्यून सिस्टम बीमारी का कारण बननेवाले वायरस या बैक्टीरिया के बजाए अपने सेल्स और टिश्यू पर हमला करने लगे. सितंबर से दिसंबर 2020 के बीच गिलोय से जुड़े लिवर के नुकसान वाले छह मामले देखे गए थे. डॉक्टर के पास आनेवाले मरीजों ने पीलिया और सुस्ती की शिकायत की. व्यापक जांच-पड़ताल के बाद पाया गया कि सभी मरीजों ने पूर्व में गिलोय का काढ़ा इस्तेमाल किया था. बायोप्सी रिपोर्ट में सामने आया कि लिवर के नुकसान का संबंध गिलोय का सेवन हो सकता है. 

साभार- एबीपी न्यूज़





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