जानिए दिन भर में कितनी चाय पीना है, ज्‍यादा चाय पीना, यहां हैं इसके 6 दुष्‍प्रभाव


एक कप चाय आपके दिन की बेहतर शुरूआत कर सकती है। मगर क्‍या होता है, जब दिन के हर घंटे में रिचार्ज होने के लिए आप इसी पर निर्भर रहने लगती हैं!

विश्व भर में चाय सबसे लोकप्रिय पेय है। भारतीयों की सुबह बिना चाय के नहीं होती। चाय हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। 2007 में टी बोर्ड ऑफ इंडिया द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार, भारत में उत्पादित कुल चाय का लगभग 80% घरेलू आबादी द्वारा उपभोग किया जाता है।

चाय का उपयोग सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में भी किया जाता रहा है। इसके अलावा, कई शोध यह प्रमाणित करते हैं क‍ि चाय कैंसर, मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग जैसी स्वास्थ्य स्थितियों के जोखिम को कम करने में अहम भूमिका निभा सकती हैं।

क्‍या चाय पर बढ़ रही है आपकी निर्भरता :

चाय पीना किसको पसंद नहीं होता! आपने अक्सर लोगों से सुना होगा कि सुबह की चाय न मिलने पर उनके सिर में दर्द होने लगता है। ऐसा इसलिए नहीं है कि चाय उनका सिर दर्द भगाती है, बल्कि इसलिए है, क्योंकि उन्हें चाय पीने की लत लग चुकी है और न मिलने पर उनका मस्तिष्क नकारात्मक रूप से रिएक्ट करना शुरू कर देता है।

हालांकि अधिकांश लोगों के लिए दिन में एक-दो बार चाय का सेवन स्वस्थ है, लेकिन प्रति दिन 3- 4 कप से अधिक के कुछ नकारात्मक दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

तो चलिए यह जानते हैं कि ज्यादा चाय पीने से क्या होता है –

1. अनिद्रा की समस्या : अगर आप भी नींद की कमी या अनिद्रा से पीड़ित हैं, तो चाय इसकी ज़िम्मेदार है! जी हां, चाय का बहुत अधिक सेवन आपकी नींद को हर तरह से बाधित कर सकता है। चाय में मौजूद कैफीन आपके नींद के चक्र को प्रभावित कर सकती है। कैफीन मेलाटोनिन हार्मोन के साथ हस्तक्षेप करता है, जो नींद के पैटर्न को प्रभावित करता है।

2. पाचन तंत्र की क्षमता कम होती है : कैफीन का अधिक सेवन वास्तव में आपके पाचन को बाधित कर सकता है और पोषण के अवशोषण को कम कर सकता है। चाय में टैनिन नामक एक घटक होता है, जो हमारे द्वारा खाए जाने वाले भोजन से आयरन के अवशोषण को बाधित करता है! यही कारण है कि भोजन के साथ चाय नहीं पीनी चाहिए।

3. गर्भावस्था में हानिकारक : जी हां, चाय का ज्यादा सेवन मां के साथ-साथ बच्चे के लिए भी हानिकारक हो सकता है। कैफीन के अधिक सेवन गर्भावस्था के दौरान हानिकारक साबित हो सकता है। इसलिए, जटिलताओं से बचने के लिए गर्भावस्था के दौरान कैफीन मुक्त चाय या हर्बल चाय का सेवन करने की सलाह दी जाती है।

4. एंग्‍जायटी बढ़ाती है ज्‍यादा चाय : तनाव को दूर करने और अपने व्यस्त जीवन से ब्रेक लेने के लिए हम ज्यादातर एक कप चाय पीते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत वास्तव में आपके तनाव और चिंता को बढ़ा सकती है। हां, बहुत अधिक कैफीन के सेवन से बेचैनी हो सकती है। ऐसे लक्षणों से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है चाय की मात्रा को कम करना।

5. एसिडिटी की समस्या : चाय का ज्यादा सेवन करने से आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है। चाय में कैफीन की उपस्थिति पेट में एसिड के गठन को बढ़ा देती है जिससे पेट में एसिडिटी, सूजन और बेचैनी होती है। इसके अलावा, यह शरीर में एसिड रिफ्लक्स का कारण भी बनती है।

6. घबराहटचाय, विशेष रूप से दूध वाली चाय पीने से आपको घबराहट हो सकती है, यह टैनिन की उपस्थिति के कारण होता है, जो पाचन ऊतक को परेशान करता है और सूजन, बेचैनी, पेट दर्द जैसी समस्याएं उत्पन्न करता है।

तो, लेडीज सबसे बेहतर यही है कि चाय को मॉडरेशन में पिया जाए और इसके अन्य विकल्पों को भी चुना जाये जैसे – नींबू की चाय या हर्बल चाय!




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