खाली पेट खाएं तुलसी के पत्ते, बल्ड शुगर से लेकर ब्लड प्रेशर तक का खतरा होगा कम


तुलसी में एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं जो खांसी-जुकाम के खतरे को कम करते हैं

तुलसी में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन्स मौजूद होते हैं जो हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करते हैं

ठंड के मौसम में सर्दी-जुकाम जैसी आम परेशानियां होने लगती हैं। पर सबसे खतरनाक सर्दियों का अंतिम समय यानी फरवरी का महीना होता है। आज की भागती जिंदगी में भी आयुर्वेद का महत्व कम नहीं हुआ है। अब भी कई लोग आयुर्वेदिक औषधियों पर आंख बंदकर विश्वास करते हैं। तुलसी पत्ते को आयुर्वेद में अमृत का दर्जा दिया जाता है। ज्यादातर घरों में आसानी से प्राप्त होने वाले इन पत्तों के सेवन से कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को दूर किया जा सकता है। विटामिन-ए, डी, आयरन और फाइबर से भरपूर तुलसी के सेहत के प्रभाव को आइए जानते हैं –

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है :

तुलसी में एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं जो खांसी-जुकाम के खतरे को कम करते हैं। अगर सुबह खाली पेट इनका सेवन किया जाए तो कॉमन कोल्ड से निजात दिलाने में मदद मिलती है। ये एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं, साथ ही इसमें एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं जो बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मददगार हैं। ये इम्युन सेल्स को मजबूती प्रदान करते हैं और कई तरह के संक्रमण का खतरा भी कम करता है।

ब्लड शुगर पर नियंत्रण : 

तुलसी में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो पैन्क्रिएटिक सेल्स की फंक्शनिंग को बेहतर बनाते हैं, इससे इंसुलिन रिलीज होता है। ये ब्लड शुगर के स्तर को काबू करने में मददगार हैं। साथ ही, तुलसी मेटाबॉलिज्म को मजबूत करने में भी फायदेमंद होती है जो शुगर को ब्लड में एब्जॉर्ब करने कारगर साबित होता है।

ब्लड प्रेशर पर रहेगा काबू : 

तुलसी में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन्स मौजूद होते हैं जो हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करते हैं। साथ ही, इसमें मौजूद अन्य पोषक तत्व हृदय रोग के खतरे को भी कम करते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, हाइपोटेंशन यानी लो ब्लड प्रेशर के खतरे को भी कम करते हैं। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट उच्च मात्रा में मौजूद होता है जिसके कारण निम्न रक्तचाप को बेहतर करना आसान है।

कम होगा एसिडिटी का खतरा : 

पेट को ठंडक पहुंचाने में भी तुलसी मददगार है, इसमें सूदिंग प्रॉपर्टीज होती हैं जो एसिडिटी से तुरंत राहत दिलाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, नियमित रूप से इसके सेवन से पेट का pH लेवल मेंटेन होता है जो पाचन प्रणाली को मजबूत करता है।



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