अवैध तालाबों को तत्काल अतिक्रमण कराने के दिये निर्देश
बलिया : कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने पंचायत घर निर्माण, सामुदायिक शौचालय निर्माण, गांववार और सार्वजनिक संपत्ति रजिस्टर के अद्यतनीकरण की समीक्षा की। पंचायत भवन निर्माण में लापरवाही पर नाराजगी जताई और कहा कि चुनाव से पहले ही भूमि चिन्हित कर ली जाए और तत्काल पंचायत भवन बनाया जाए। एसडीएम को निर्देश दिया कि ग्राम पंचायत और बीडीओ की बैठक कराएं। प्रत्येक गांव में जाकर विवादित जमीन है वहां एक-एक प्रकरण लिखवाये और तत्काल विनिमय करके जमीन उपलब्ध कराया जाए। साथ ही सभी एसडीएम से संपत्ति रजिस्टर के बारे में विस्तृत जानकारी ली। सभी एसडीएम व तहसीलदार को निर्देश दिया कि जिस तहसील का संपत्ति रजिस्टर अपडेट नहीं हुआ है उसको तत्काल ग्रामवार अपडेट कराने को कहा। साथ ही अवैध कब्जा जमीन सम्पत्ति रजिस्टर में दर्ज कराएं। प्रत्येक तहसील में राजस्व टीम गठित की जाए। जनपद में तालाबों का अभियान चलाया जाए, साथ ही कितने तालाब कब्जा है कितने तालाब छुड़वाया गया है कितने तालाब पर जुर्माना लगाया है उसकी सूची तैयार कराने के निर्देश दिये। एसडीएम बेल्थरारोड़ संत कुमार को निर्देश दिया कि वहा पर 150 तालाब कब्जा है जिसमें कितने तालाब के खिलाफ कार्यवाही हुई है उसका रिपोर्ट तत्काल मांगा है। सभी एसडीएम को निर्देश दिया कि जितने तालाब कब्जा है उसको तत्काल कब्जा हटाया जाए। अवैध तालाबों को तत्काल अतिक्रमण कराया जाए। साथ ही स्थायी बनवाया जाय। प्रत्येक तहसील में 25-25 तालाब चिन्हाकित किया जाए और जल संरक्षण का मॉडल शॉप बनाया जाए। इसका रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर प्रस्तुत करने को कहा। एडीएम रामआसरे को निर्देश दिया कि एक कमेटी तैयार करें और दस साल के अंदर जितने अवैध कब्जा जमीन है उसका रिपोर्ट तैयार कराने को कहा। धान क्रय केंद्र में हो रही लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की। साथ ही आरएमओ को सख्त निर्देश दिया कि प्रत्येक पांच धान क्रय केंद्रों का निरीक्षण करें, साथ ही किसानों से धान खरीद के बारे में वार्ता करें और इसका रिपोर्ट तैयार करने को कहा।
कमिश्नर ने की आईजीआरएस की समीक्षा
कमिश्नर ने आईजीआरएस से संबंधित मामलों की समीक्षा की। जिसमें आइजीआरएस में हो रही लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की। जनपद से कोई भी मामला रिपोर्ट सही नहीं पायी गयी है और प्रत्येक मामले में केवल निस्तारण लिखा जा रहा है।
आइजीआरएस मामलों पर बल देते हुए कहां की जो भी मामला हो उसको अनेक शब्दों में लिखें और नोटिस जरूर अपलोड करें। साथ ही जांच कराएं निस्तारण के समय ज्यादा शब्द लिखने को कहा।
बैठक में जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही, एडीएम रामआसरे, एसडीएम सदर राजेश यादव, डिप्टी कलेक्टर सर्वेश यादव, एसडीएम रसड़ा मोती लाल यादव एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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