चौपाल : इंसान की रक्षा करती है गंगा : विधायक सुरेंद्र सिंह 


 

बलिया। गंगा यात्रा के तीसरे दिन का पहला स्टॉपेज सती घाट भुसौला पर हुआ। वहां चौपाल लगी, जिसमें जुटे ग्रामीणों को सरकार की लाभकारी योजना की जानकारी दी गई। 

 

विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि गंगा यात्रा के इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य लोगों को गंगा निर्मलता के प्रति जागरूक करना ही है। गंगा को मां की संज्ञा दी गई है, इसके पीछे धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों तथ्य है। इंसान की रक्षा करने में गंगा की अहम भूमिका है। विधायक ने सभी ग्राम प्रधान से कहा कि कार्ययोजना बनाना और उसको कराने का अधिकार सिर्फ ग्राम पंचायत के पास ही है, उसका लाभ लें और गांव को सुंदर बना दें। गांव में अगर गड्ढे भर गए हैं तो उसको खुदवाएं, इससे आपका गांव स्वर्ग हो जाएगा। गंगा की निर्मलता के लिए सकारात्मक पहल शुरू करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार भी जताया।

 

चौपाल में जिलाधिकारी ने एक बार फिर सबसे अपील किया कि हर कोई शौचालय का प्रयोग करें। खुले में शौच करने कत्तई ना जाएं। उन्होंने राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत हर ग्राम पंचायत में समूह के गठन करने पर विशेष बल दिया। कहा, इससे गांव की महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत व आत्मनिर्भर होंगी। चौपाल में जुटे आधा दर्जन ग्राम प्रधानों से गंगा स्वच्छता से सम्बंधित समस्या व समाधान पर चर्चा हुई। भूगोलविद गणेश पाठक ने गंगा के वैज्ञानिक व पर्यावरणीय महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए जन-जन को जागरूक होने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान डीएफओ श्रद्धा यादव, एसडीएम सदर राजेश यादव, एनडीआरएफ इंस्पेक्टर अनिल शर्मा, आपदा प्राधिकरण के पीयूष कुमार, बीडीओ बैरिया आदि थे। 

 

लावारिस मृत पशुओं के निस्तारण के लिए हो व्यवस्था

 

विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रायः सड़कों पर मृत जानवर ऐसे ही कई दिनों तक पड़े रहते हैं या नदी नालों में लावारिस फेंक दिए जाते हैं। इससे वातावरण प्रदूषित होता है। उन्होंने सुझाव दिया कि जिला प्रशासन की ओर से शासन को एक प्रस्ताव जाए, जिसमें लावारिस मृत पशुओं के दाह-संस्कार से संबंधित व्यवस्था करने का उल्लेख हो। यह भी व्यवस्था हो जिससे कि कोई भी मृत जानवर गंगा में नहीं फेंक पाए। ऐसा हो गया तो पशु सेवा के क्षेत्र में एक और बड़ा काम होगा।

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