बलिया : हल्दी थाना क्षेत्र के गंगापुर नदी घाट पर मंगलवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां तीन दिन से लापता टेंट कारोबारी अजीत सिंह का शव उसकी ही मोटरसाइकिल से बंधा हुआ नदी में मिला। शव मिलने की जानकारी फैलते ही मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण जुट गए। पुलिस ने नाविकों की मदद से शव और बाइक को नदी से बाहर निकाला।
परिजनों ने अजीत सिंह के गायब होने पर दो दिन पहले ही हल्दी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। घटनास्थल से शव बरामद होने के बाद नाराज ग्रामीणों ने नीरूपुर के पास NH-31 जामकर आरोपियों की गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की। थानाध्यक्ष आरपी सिंह द्वारा समझाने-बुझाने के बाद जाम समाप्त कराया गया।
जानकारी के मुताबिक परसिया गांव निवासी अजीत सिंह (40) टेंट व्यवसाय से जुड़े थे। शनिवार को वह मझौवा गांव में टेंट लगाने गए थे, लेकिन रात में वापस नहीं लौटे। परिजनों ने देर रात फोन किया तो मोबाइल बंद मिला। खोजबीन विफल रही तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मामले में मझौवा के एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
पुलिस की पूछताछ में सामने आए सुरागों के आधार पर गंगापुर घाट के पास से नदी में डूबी मोटरसाइकिल और उससे बंधा अजीत सिंह का शव बरामद हुआ। परिजनों ने आरोप लगाया कि हत्या के बाद सबूत मिटाने के उद्देश्य से शव को बाइक से बांधकर नदी में फेंका गया। घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा है। परिजन लगातार बिलख रहे हैं।
थानाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में स्पष्ट है कि अजीत सिंह को उनकी मोटरसाइकिल से बांधकर नदी में फेंका गया था। मामले के खुलासे के लिए एक विशेष टीम गठित कर दी गई है और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पंडित विजेंद्र कुमार शर्मा द्वारा


0 Comments