लखनऊ। यूपी पंचायत चुनाव की तारीख भले ही सरकारी फाइलों में अटकी पड़ी हो, लेकिन गांवों में चुनावी सरगर्मी अपने चरम पर पहुंच चुकी है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है, फिर भी ग्रामीण इलाकों में माहौल पूरी तरह चुनावी रंग में रंग चुका है। चौपालों, चट्टी-चौराहों, बाजारों और गली-कूचों में एक ही चर्चा सबसे ज्यादा गर्म है—“चुनाव आखिर कब होंगे?”
चुनावी तारीख घोषित न होने के बावजूद संभावित प्रत्याशी कई हफ्तों से प्रचार-प्रसार में जोर-शोर से जुटे हैं। गांवों में सामाजिक कार्यक्रमों में भीड़ बढ़ गई है, चौपालों पर बैठकों की रौनक दिखाई दे रही है और दावेदार दरवाजे-दरवाजे पहुंचकर जनसंपर्क को तेज कर रहे हैं।
- सदस्य ग्राम पंचायत: ₹10,000
- ग्राम प्रधान: ₹1,25,000
- सदस्य क्षेत्र पंचायत: ₹1,00,000
- सदस्य जिला पंचायत: ₹2,50,000
- प्रमुख क्षेत्र पंचायत: ₹3,50,000
- अध्यक्ष जिला पंचायत: ₹7,00,000
हालाँकि अंतिम सीमा चुनाव अधिसूचना जारी होने के बाद ही तय की जाएगी, फिर भी संभावित प्रत्याशी इन्हीं अनुमानों के आधार पर तैयारी कर रहे हैं।
गांवों की हर चर्चा अब पंचायत चुनाव के इर्द-गिर्द घूम रही है, जबकि तारीख का इंतजार अब भी जारी है।


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