वाराणसी, 11 नवम्बर 2025। मंडल रेल प्रबंधक वाराणसी श्री आशीष जैन के निर्देशन एवं वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त श्री एस. रामाकृष्णन के नेतृत्व में वाराणसी मंडल के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा रेल संपत्ति की सुरक्षा, अवैध सामानों की धर-पकड़, यात्रियों की सुरक्षा तथा बचपन बचाओ अभियान के तहत मानव तस्करी की रोकथाम के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
इसी क्रम में हाल के दिनों में आरपीएफ ने कई सराहनीय मानवीय कार्य किए—
- छपरा: 7 नवम्बर को एक वृद्ध महिला स्टेशन परिसर में गिरकर घायल हो गईं, जिन्हें आरपीएफ कर्मियों ने तत्काल मेडिकल कैम्प ले जाकर प्राथमिक उपचार दिलाया। 8 नवम्बर को एक दिव्यांग यात्री को पूजा स्पेशल ट्रेन में बैठाने में सहायता की गई।
- वाराणसी सिटी: 9 नवम्बर को ट्रेन संख्या 15159 में मिले 10 वर्षीय लावारिस बच्चे को आरपीएफ ने सुरक्षित उतारकर चाइल्डलाइन वाराणसी को सुपुर्द किया।
- बलिया: 7 नवम्बर को स्टेशन परिसर में मिले 16 व 17 वर्ष के दो लावारिस बालकों को उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया। 8 नवम्बर को ट्रेन संख्या 13106 में मिला एक यात्री का बैग उचित पहचान के बाद लौटाया गया।
- छपरा: 6 नवम्बर को ट्रेन संख्या 15559 में मिले 5 वर्षीय बच्चे को पिता की पहचान पर सुपुर्द किया गया। उसी दिन आरपीएफ सीवान ने ट्रेन संख्या 11124 में प्रसव पीड़ा से ग्रसित महिला का रेलवे महिला बलकर्मियों व चिकित्सकों की मदद से प्रसव कराया और मां-बच्चे को एम्बुलेंस से अस्पताल भेजवाया।
- देवरिया, भटनी व मऊ: आरपीएफ ने क्रमशः विभिन्न ट्रेनों में यात्रियों के छूटे बैग बरामद कर उचित पहचान व सत्यापन के बाद संबंधित यात्रियों को लौटाए।
इन कार्रवाइयों से स्पष्ट होता है कि रेलवे सुरक्षा बल केवल रेल संपत्ति की रक्षा ही नहीं, बल्कि यात्रियों की सहायता और मानवीय संवेदना के कार्यों में भी सदैव अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
उक्त जानकारी : अशोक कुमार, जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी ने दी।




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