हर घर तिरंगा : राष्ट्रप्रेम का जनआंदोलन


भारत की आज़ादी का अमृत महोत्सव केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि यह हमारे गौरवशाली इतिहास, बलिदान और एकता का प्रतीक है। इसी कड़ी में “हर घर तिरंगा” अभियान ने राष्ट्रप्रेम को जन-जन तक पहुँचाने का कार्य किया है। यह पहल नागरिकों को अपने-अपने घरों पर तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित करती है, ताकि राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान और उससे जुड़े भावनाओं को हम सब और गहराई से महसूस कर सकें।

तिरंगे का महत्व : तिरंगा केवल एक कपड़े का टुकड़ा नहीं, बल्कि यह हमारे देश की आत्मा का प्रतीक है।

  • केसरिया रंग साहस और त्याग का संदेश देता है।
  • सफेद रंग शांति और सत्य का प्रतीक है।
  • हरा रंग समृद्धि और विकास का संकेत देता है।
  • बीच में स्थित अशोक चक्र गति, प्रगति और न्याय का प्रतीक है।

जब यह ध्वज हमारे घर पर लहराता है, तो यह हमें याद दिलाता है कि हम एक ऐसे राष्ट्र के नागरिक हैं जिसने अनेकों संघर्षों और बलिदानों के बाद आज़ादी प्राप्त की है।

अभियान का उद्देश्य : “हर घर तिरंगा” का उद्देश्य केवल राष्ट्रीय ध्वज फहराना नहीं, बल्कि नागरिकों में देशभक्ति की भावना को और मजबूत करना है। यह अभियान हमें एक साझा पहचान और उद्देश्य के तहत जोड़ता है — कि हम सभी भारतीय हैं और हमें अपने देश की गरिमा बनाए रखनी है।

जनभागीदारी की मिसाल : इस अभियान में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, शहरों से लेकर गांवों तक, हर कोई उत्साहपूर्वक हिस्सा ले रहा है। स्कूलों में विशेष कार्यक्रम, रैलियां, सांस्कृतिक आयोजन और चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग अपने तिरंगे के साथ तस्वीरें साझा कर देशभक्ति का संदेश फैला रहे हैं।

राष्ट्रीय एकता का प्रतीक : जब पूरे देश में करोड़ों घरों पर एक साथ तिरंगा लहराता है, तो यह दृश्य न केवल मन को रोमांचित करता है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि भारत की शक्ति उसकी एकता में है। अलग-अलग भाषाओं, संस्कृतियों और परंपराओं के बावजूद हम सब एक ही तिरंगे के नीचे एकजुट हैं।

समापन : “हर घर तिरंगा” केवल एक अभियान नहीं, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों को अपने देश से प्रेम करना और उसके सम्मान के लिए खड़ा होना सिखाने का माध्यम है। जब हम अपने घर पर तिरंगा फहराते हैं, तो यह केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक प्रतिज्ञा होती है — कि हम अपने राष्ट्र की अखंडता, स्वतंत्रता और गौरव की रक्षा हमेशा करेंगे।



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