बलिया, 7 अगस्त। जनपद बलिया में गंगा और घाघरा नदियों के जलस्तर में तेज़ी से बढ़ोत्तरी के चलते बाढ़ की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। बाढ़ से संबंधित प्रमुख तथ्य निम्नलिखित हैं :-
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गंगा और घाघरा दोनों खतरे के निशान से ऊपर :
- आज गंगा का जलस्तर 59.88 मीटर दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान 57.615 मीटर से 2.265 मीटर अधिक है।
- यह स्तर अब भी एचएफएल (Highest Flood Level) से लगभग 50 सेमी नीचे है।
- घाघरा नदी का जलस्तर 64.23 मीटर है, जो खतरे के बिंदु 64.01 मीटर से 22 सेमी ऊपर है।
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प्रभावित क्षेत्र :
- गंगा के उफान से तहसील सदर और बैरिया के कुल 92 गाँव प्रभावित हैं।
- नगर पालिका परिषद बलिया के 5 वार्डों में भी पानी घुस चुका है।
- तहसील बाँसडीह की 5 ग्राम पंचायतों में घाघरा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
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राहत सामग्री का वितरण :
- अब तक 80259 पके भोजन के पैकेट्स और 5450 राहत किट्स का वितरण किया जा चुका है।
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कटान से प्रभावित आवास :
- गंगा के किनारे 50 मकान/झोपड़ियाँ कटान की चपेट में आई हैं, जिनके लिए सहायता दी जा रही है।
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बचाव टीमें और नावें :
- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 375 नावें संचालित की जा रही हैं।
- एसडीआरएफ, फ्लड पीएसी, और एनडीआरएफ की 30 सदस्यीय टीम सक्रिय है, एनडीआरएफ के पास 4 नावें भी हैं।
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चिकित्सा राहत :
- अब तक 7035 लोगों का उपचार, 9612 मेडिकल किट्स, 14217 ORS पैकेट, और 56195 क्लोरीन टेबलेट्स वितरित की गई हैं।
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पशु चिकित्सा एवं चारा व्यवस्था :
- 7628 पशुओं की जांच एवं टीकाकरण हो चुका है।
- किसानों को 212 क्विंटल भूसा वितरित किया गया है।
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पेयजल, दूध एवं विद्युत व्यवस्था :
- प्रभावितों को शुद्ध पेयजल एवं बच्चों को दूध दिया जा रहा है।
- विद्युत बाधित क्षेत्रों में जनरेटर द्वारा प्रकाश व्यवस्था की गई है।
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आपदा नियंत्रण कक्ष 24x7 सक्रिय :
- जनपदीय आपदा नियंत्रण कक्ष में अधिकारी एवं कर्मचारी अहर्निश तैनात हैं, जो बाढ़ से जुड़ी हर शिकायत, सुझाव और सूचना पर तत्काल कार्रवाई कर रहे हैं।
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