बलिया। हिन्दी साहित्य के महान पुरोधा, युगप्रवर्तक आचार्य पंडित हजारी प्रसाद द्विवेदी की 119वीं जयंती बलिया रेलवे स्टेशन स्थित हिन्दी प्रचारिणी सभागार में श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाई गई।
इस अवसर पर स्टेशन अधीक्षक संजय सिंह ने कहा कि आचार्य द्विवेदी जी ने हिन्दी साहित्य को नई दिशा और ऊर्जा दी। उनकी रचनाएँ न केवल साहित्य की धरोहर हैं, बल्कि समाज को सजग करने वाली प्रेरणास्रोत भी हैं।
वहीं रेलवे वाणिज्य अधीक्षक शांत स्वरूप सिंह "गुड्डू सिंह" ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि हजारी प्रसाद द्विवेदी जी ने परम्परा और आधुनिकता का अद्भुत समन्वय किया। आज भी उनकी वाणी और विचार हमें हिन्दी भाषा की गरिमा बनाए रखने का संदेश देते हैं।
अमित जी वाराणसी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी जी की रचनाएँ हिन्दी साहित्य की आत्मा हैं। उनका लेखन समाज को जोड़ने, संस्कृति को संवारने और राष्ट्रप्रेम की भावना जगाने का कार्य करता है। आने वाली पीढ़ियाँ सदैव उनसे प्रेरणा लेती रहेंगी।
कार्यक्रम में मनोज तिवारी, मोहम्मद शेख असगर, लालू यादव, संजय पांडे, विजेंद्र सुनिल सिंह, अमीत पांडेय सहित दर्जनों रेलवे कर्मचारियों ने आचार्य जी के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
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