मूल्य आधारित राजनीति के पुरोधा रहे जननायक चन्द्रशेखर

 


बलिया। जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय में मंगलवार को जननायक चन्द्रशेखर स्मृति दिवस का आयोजन किया गया।इस अवसर पर कुलपति, प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों ने चंद्रशेखर की स्मृतियों को नमन किया। इस अवसर पर चन्द्रशेखर नीति अध्ययन केन्द्र एवं शोधपीठ के तत्वावधान में समकालीन भारतीय राजनीति और चन्द्रशेखर  विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता प्रो  जैनेंद्र कुमार पाण्डेय, टी डी कालेज ने कहा कि चन्द्रशेखर की वैचारिकी का निर्माण उनके ग्राम्य परिवेश से हुआ। गरीबी, विषमता, अभाव उन्होंने भुगता था और सदा यही उनकी राजनीति के केंद्रीय बिन्दु बने रहे। चन्द्रशेखर समाजवादी विचारकों के साथ गांंधी जी से प्रभावित थे। उनकी भारत यात्रा, श्रम को महत्त्व, आखिरी आदमी का उन्नयन, आर्थिक सिद्धांत आदि गांधीवादी मूल्य आधारित थे। चन्द्रशेखर में सत्य के पक्ष में खड़े होने और असत्य वा अन्याय के अस्वीकार का अप्रतिम साहस था। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने चन्द्रशेखर जी के मूल्यों एवं सिद्धांतों के अनुकरण का आह्वान किया। कहा कि चन्द्रशेखर जी के आदर्श एवं मूल्य के आधार पर ही विश्वविद्यालय की नीतियाँ निर्मित होती हैं। विषय प्रवर्तन डाॅ. प्रवीण नाथ यादव ने किया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. प्रमोद शंकर पाण्डेय, अतिथि स्वागत डाॅ. छबिलाल एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अशोक कुमार सिंह, निदेशक, चन्द्रशेखर नीति अध्ययन केन्द्र एवं शोधपीठ ने किया। इस अवसर पर डाॅ. पुष्पा मिश्रा, निदेशक, शैक्षणिक, डाॅ. तृप्ति तिवारी, डाॅ. प्रियंका सिंह, डाॅ. मनोज कुमार आदि प्राध्यापक, विद्यार्थी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। 




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