बलिया। लोकतंत्र की रक्षा और मानवाधिकारों की अलख जगाने वाले जनयोद्धा चितरंजन सिंह की पुण्यतिथि पर गुरुवार को श्री मुरलीमनोहर टाउन इंटर कॉलेज, बलिया में एक संगोष्ठी और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम पूर्वाह्न 11 बजे से आरंभ होगा, जिसमें “लोकसूचिता में जनसंचार की भूमिका” विषय पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
कार्यक्रम में जेपी विश्वविद्यालय, सारण के पूर्व कुलपति डा. हरिकेश सिंह मुख्य वक्ता होंगे, जबकि वरिष्ठ पत्रकार धीरेंद्र नाथ श्रीवास्तव विशिष्ट वक्ता के रूप में अपनी बात रखेंगे।
चितरंजन सिंह का जन्म बलिया के सुल्तानपुर गांव में संक्रांति के दिन हुआ था। वे एक तेजतर्रार अधिवक्ता होने के साथ-साथ अन्याय के विरुद्ध मुखर आवाज थे। छात्र जीवन से ही वे अन्याय के खिलाफ खड़े रहे। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से विधि स्नातक की पढ़ाई की और 1974 में बलिया में वकालत शुरू की।
80 के दशक में वे आईपीएफ (इंडियन पीपुल्स फ्रंट) और बाद में पीयूसीएल (पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज) से जुड़कर देश में फर्जी मुठभेड़, हिरासत में मौत, पुलिसिया उत्पीड़न जैसे गंभीर मामलों के खिलाफ बुलंद आवाज बने।
अपने अंतिम वर्षों में वे अस्वस्थ रहने लगे और जमशेदपुर में अपने भाई के पास रहे। 2020 में बलिया लौटने के बाद कोविड काल के दौरान उनकी तबीयत और बिगड़ गई। 26 जून 2020 को उनका निधन हो गया।
आज उनकी पुण्यतिथि पर आयोजित यह सभा उनके विचारों, संघर्षों और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता को स्मरण करने का अवसर होगी।
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