बलिया। नैतिक पार्टी के तत्वावधान में बलिया पीडब्ल्यूडी डाक बंगले पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मन्नू यादव ने जातीय जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह जनगणना उन नेताओं की कुंठित मानसिकता की उपज है, जो सिर्फ जाति की राजनीति कर सत्ता में बने रहना चाहते हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि नैतिक पार्टी का मानना है कि "जातीय जनगणना के साथ हर जाति में गरीबों की भी गणना अनिवार्य होनी चाहिए।" यदि ऐसा नहीं किया गया, तो नैतिक पार्टी इसका बहिष्कार करेगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे जाति पूछे जाने पर अपनी जाति न बताएं, क्योंकि यह उनका मौलिक अधिकार है।
मन्नू यादव ने कहा कि नैतिक पार्टी एकमात्र ऐसी पार्टी है जो जाति नहीं, बल्कि जन-जन की ज़िंदगी में बदलाव लाने के लिए राजनीति करती है। पार्टी का नारा है: "जाति की नहीं, जिंदगी की सोचो।" उन्होंने बताया कि पार्टी संविधान को गीता और कुरआन की तरह पूज्य मानती है और संविधान की नैतिकता को लागू कराने के लिए कटिबद्ध है।
पार्टी अध्यक्ष चंद्रभूषण पांडेय का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि नैतिक पार्टी भारत के छह लाख गाँवों में "गाँव सरकार" की स्थापना कर सत्ता को जनता के हाथ में सौंपना चाहती है। यही भारत के उत्थान का मार्ग है।
उन्होंने वर्तमान राजनीतिक दलों पर हमला करते हुए कहा कि ये पार्टियाँ बाबा साहब के नाम पर जनता को धोखा देती हैं, जबकि नैतिक पार्टी संवैधानिक अधिकारों और आदर्शों को जन-जन तक पहुँचाने के लिए संकल्पित है।
प्रेस वार्ता में महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष मधु सिंह सहित अन्य पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
0 Comments