सीआरएस स्पेशल ने 100 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से स्पीड ट्रायल किया पूरा
वाराणसी 08 नवम्बर, 2023; पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मण्डल पर भटनी-पिवकोल स्टेशनों के मध्य (07 किमी) बाई पास लाइन एवं (05 किमी) दोहरीकरण का कार्य पूर्ण होने के उपरांत आज 08, नवम्बर, 2023 को मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त, लखनऊ श्री जनक कुमार गर्ग द्वारा इस दोहरीकृत खण्ड की अप/डाउन लाइन एवं नव निर्मित बाई पास लाइन का संरक्षा निरीक्षण किया गया।
इस अवसर पर उनके साथ मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण श्री एस. सी श्रीवास्तव, प्रिंसिपल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर RVNL श्री कमल नयन, मंडल रेल प्रबन्धक/वाराणसी श्री विनीत कुमार श्रीवास्तव, मुख्य निदेशक प्लानिंग इंजीनियर श्री सुरेश कुमार, मुख्य सिगनल इंजीनियर श्री ज्ञान प्रकाश शिवनारायण, उप मुख्य संरक्षा अधिकारी श्री आशीष पाण्डेय, मुख्य परियोजना प्रबन्धक रेल रेल विकास निगम लिमिटेड श्री एस पी एस यादव, मुख्य परियोजना प्रबन्धक रेल विकास निगम लिमिटेड-2 श्री कमल कुमार तलरेजा, अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (इंफ्रा) श्री रोशन लाल यादव, मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर (निर्माण) श्री नीलाभ महेश, मुख्य इंजीनियर/निर्माण श्री आशुतोष मिश्रा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर समन्वय श्री राकेश रंजन, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर तृतीय श्री अनुज वर्मा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर-२ श्री ऋषि श्रीवास्तव वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक श्री ए पी सिंह, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री बलेंद्र पॉल, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (कर्षण) श्री आर एन सिंह, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री यशवीर सिंह, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनयर (सामान्य) श्री पंकज केशवानी समेत रेलवे कर्मचारी एवं रेल विकास निगम लिमिटेड तथा निर्माण विभाग के वरिष्ठ पर्यवेक्षक उपस्थित थे।
रेल संरक्षा आयुक्त मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त, लखनऊ श्री जनक कुमार गर्ग ने अपने निरीक्षण का आरंभ भटनी जं से किया। उन्होंने भटनी स्टेशन पर आधुनिक उपकरणों के साथ नवनिर्मित स्टेशन पैनल, रिले रूम, इंटिग्रेटेड पावर सप्लाई यूनिट रूम, रूट रिले इंटरलॉकिंग, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पैदल उपरिगामी पुल के ओवरहेड क्लियरेंस एवं निकास के पैसेज, स्टेशन में संस्थापित नये उपकरणों समेत स्टेशन वर्किंग रुल के बदलाव का निरीक्षण किया।
भटनी स्टेशन के गहन निरीक्षण के उपरान्त मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने पुश ट्रॉली से भटनी-पिवकोल रेल खण्ड का निरीक्षण आरम्भ करते हुए समपार फाटक सं- 117A/T-3 का निरीक्षण किया साथ ही गेट पर कार्यरत गेट मैन श्री अमित मिश्रा से संरक्षा संबंधित प्रश्न पूछा और उत्तर से संतुष्ट होकर फिर पुश ट्राली से रवाना होते हुए किलोमीटर संख्या 1/2 स्थित माइनर ब्रिज संख्या 1BP पर पहुँचे और ब्रिज का गहन संरक्षा निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने रेल अंडर ब्रिज 1A/B तथा 3A/BP तथा पुल संख्या 5BP के कोलाइड स्पैन संख्या 3×12.20 मीटर का भी निरीक्षण किया मोटर ट्रॉली से किमी 2.55 से किया और ट्रैक फिटिंग्स, बैलास्ट लेवलिंग, लाइनर एवं ट्रैक से सिगनल पोस्टों की मानक दूरी का मापन किया। इसके पश्चात मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ट्राली निरीक्षण करते हुए कर्व संख्या 02 एवं माइनर ब्रिज संख्या 04 का संरक्षा परीक्षण किया और सभी मानकों की गहराई से जाँच की।
तत्पश्चात किमी सं 3.68 पर स्थित मेजर ब्रिज सं-5 का निरीक्षण किया और 3x12 के कम्पोजिट गर्डर एवं आर सी सी फाउंडेशन की सुक्ष्म जाँच की। अपने निरीक्षण के क्रम में उन्होंने कर्व संख्या 3 एवं 4 का भी मेजरमेंट किया इंडेन्ट कि जांच की। तत्पश्चात उन्होंने माइनर ब्रिज सं 06 व 07 के आर सी सी बॉक्स की जाँच करते हुए पिवकोल स्टेशन पहुँचे और पिवकोल स्टेशन के फेसिंग एवं ट्रेलिंग टर्न आउट संख्या 207बी, 202 ए एवं 202 बी का पॉइंट एण्ड क्रासिंग निरीक्षण किया गेज टेस्टिंग करके फेल सेफ प्रणाली की जाँच की। निरीक्षण के अंत में उन्होंने किमी 5.7 पर स्थित समपार फाटक सं 04 का संरक्षा निरीक्षण किया गेट मैन के संरक्षा ज्ञान को परखा।
उक्त निरीक्षण में रेल संरक्षा आयुक्त ने रेल पथ की जड़ाई, लाइन फिटिंग्स, सिग्नलों का संस्थापन, बैलास्ट की कुशनिंग, बैलास्ट फैलाई, रेल पथ के लाइनर, रेल पथ से विद्युत ट्रैक्शन लाइन व पोलों की मानक दूरी, ओवर हेड लाइन के सपोर्ट एवं पोलों की मानक स्थिती एवं रेल खण्ड में पड़ने वाले पुल पुलियाओं पर संरक्षा के सभी मानदंडों को परखा।
मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने अपनी सी आर एस स्पेशल से इस दोहरीकृत रेल खण्ड की अप/डाउन लाइन एवं नव निर्मित बाई पास लाइन का पूरी गति से स्पीड ट्रायल सफलता पूर्वक सम्पन्न किया गया। सीआरएस स्पेशल ने 100 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से स्पीड ट्रायल पूरा किया।
ज्ञातव्य हो कि भटनी-औड़िहार दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत भटनी-पिवकोल (7 किमी) नई बाई पास लाइन का निर्माण एवं 05 किमी दोहरीकरण कार्य पूरा किया गया है। भटनी-पिवकोल (7 किमी) नई बाई पास लाइन बहुत उपयोगी है, भटनी जं पर इंजन रिवर्सल करने की समस्या समाप्त हो जायेगी एवं बाई पास के माध्यम से बिना इंजन की दिशा बदले सीवान से आने वाली ट्रेन को वाराणसी की तरफ और वाराणसी से आने वाली ट्रेनों को छपरा एवं सीवान की तरफ बिना शंटिंग के कम समय में भेजी जा सकेगी। इससे दोनों दिशाओं छपरा एवं गोरखपुर की ओर गाड़ियों का निर्बाध संचलन किया जा सकेगा, जिससे लाइन क्षमता में वृद्धि होगी और अधिक गाड़ियों का संचलन संभव हो सकेगा। उक्त बाई पास लाइन के खुल जाने से जहाँ एक तरफ परिचालनिक समय में बचत होगी वहीं दूसरी तरफ गाड़ियों के यात्रा समय में भी कमी आयेगी जिससे इस रूट पर यात्रा करने वाले यात्रियों के समय की बचत होगी। उक्त आशय की जानकारी अशोक कुमार, जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी ने दी।
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