बलिया : मोटे अनाज की उपयोगिता को लेकर शुरू हुआ पोषण पखवाड़ा


संवाददाता - कृष्णकांत पांडेय 

बलिया। जनपद में सोमवार से शुरू हुआ पोषण पखवाड़ा तीन अप्रैल तक चलेगा। इसमें स्वास्थ्य विभाग, आयुष विभाग, पंचायती राज विभाग, कृषि विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग के साथ मिलकर आंगनबाडी केंद्रों पर सामुदायिक सहभागिता से विभिन्न गतिविधियां होंगी। इस दौरान पोषण पंचायत, पोषण रैली, वजन दिवस व मोटा अनाज के प्रयोग को बढावा देने को प्रेरित किया जायेगा। सामुदायिक स्तर पर गर्भवती एवं धात्री महिलाओं, किशोरियों एवं छह वर्ष से कम उम्र के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाया जाएगा। यह जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण मुरारी पाण्डेय ने दी। 

उन्होंने बताया कि पोषण पखवाड़े में मिलेट्स यानी मोटे अनाजों जैसे ज्वार, बाजरा, रागी, सावां, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी और कुट्टू के इस्तेमाल पर जोर दिया जाएगा। अभी भी समाज में मोटे अनाज को गरीबों के आहार से जोड़ा जाता है। जबकि मोटे अनाजों में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं।

मोटा अनाज में मिलता है भरपूर पोषण :-

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि मोटे अनाज में प्रोटीन, फाइवर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीज, फास्फोरस, पोटैशियम और विटामिन बी कांप्लेक्स जैसे पोषक तत्व पाये जाते हैं। जो बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य के लिये बेहतर है। इसके साथ ही ब्लाक स्तरीय स्थानीय साग सब्जियों के आधार पर रेसिपी का प्रदर्शन एवं स्वास्थ्य केंद्रों तथा एएनएम सेंटर पर मोटा अनाज पर ध्यान केंद्रीत करने वाली आहार पद्धतियों पर जागरूकता शिविर के आयोजन किये जायेंगे। स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा के अंतर्गत विजेता बच्चे के माता पिता को प्रमाण पत्र व पुरस्कार दिया जाएगा। 

उन्होंने कहा कि पोषण पखवाड़े के दौरान तीन विषयों पर ध्यान दिया जायेगा। जिसमें पोषण के लिए मोटे अनाज की उपयोगिता के लिए प्रचार - प्रसार, स्वस्थ बाल बालिका स्पर्धा का आयोजन एवं सक्षम आंगनवाड़ी का प्रचार-प्रसार शामिल किया गया है। पोषण के संदेश के प्रचार–प्रसार के लिए आंगनबाड़ी केंद्र एवं परियोजना स्तर पर तिथिवार गतिविधियाँ आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना, स्वस्थ बालक बालिका पारितोष वितरण एवं बाजरा संबंधित रेसिपी प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा।

प्रभातफेरी, चित्रकारी व प्रतियोगिता का भी होगा आयोजन :-

आंगनबाड़ी केंद्र पर पोषण रैली, प्रभात फेरी,  बैठक, गृह भ्रमण, हैंड वाशिंग, वृद्धि निगरानी, आपदा प्रबंधन, पोषण वाटिका की स्थापना, किशोरी समूह की बैठक, प्रश्नोतरी, चित्रकारी, निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।



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