बलिया : अपने हक की मांग को लेकर तुरैहा समाज ने दिखाई ताकत, की आवाज बुलंद

बलिया। जिले के रामलीला मैदान में रविवार को विशाल तुरैहा सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में तुरैहा समाज के लोग मौजूद रहे। मंच के माध्यम से स्वजातियों में यह संदेश दिया गया कि आने वाले चुनाव में अपने समाज के लोगों को ही वोट देना है, ताकि हमारे समाज से जुड़े लोग राजनीत में सक्रिय रूप से आगे बढ़ सके। सुबह से शाम तक रामलीला मैदान में कार्यक्रम चलता रहा। इस कार्यक्रम में पूर्वांचल ही नहीं पूरे प्रदेश के तुरैहा समाज के लोग मौजूद रहे।


बलिया। रविवार को स्थानीय रामलीला मैदान में अपने सामाजिक हक, सम्मान के लिए तुरैहा समाज द्वारा एक विशाल तुरैहा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बलिया जनपद सहित दूरदराज के अन्य जनपदों के साथ ही बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल से भी तुरैहा समाज के लोगों ने चढ़ बढ़ कर हिस्सा लिया।आलम यह रहा कि रामलीला मैदान तुरैहा समाज के लोगों से खचाखच भर गया था। हजारों की भीड़ देखने के बाद यह लग रहा था कि तुरैहा समाज अब जागरूक हो गया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष डॉ0 धर्मनाथ जी और संचालन पटना से पधारे संत गुरुधानी जी द्वारा किया गया।


अन्य विशिष्ट अतिथियों में श्री सुबोध जी राष्ट्रीय अध्यक्ष तुरैहा युवा मंच, विशिष्ट अतिथि डॉ पूनम जी (पटना ), राजेंद्र जी, दिनेश जी मऊ, छोटू जी बंगाल, मुखदेव जी, बृजभान जी प्रमुख थे। इस कार्यक्रम के आयोजक सुभाष कुमार तुरैहा थे।


कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष संजय पहलवान तुरैहा द्वारा अपने कुल देवता के आगे दीप प्रज्वलित कर किया गया। तुरैहा समाज के लोगों ने एक-एक कर मंच से अपने समाज को उनके हक के प्रति जागरूक किया, और एकजुट होकर आगे बढ़ने के प्रति जागरूक किया। मुख्य अतिथि श्री संजय पहलवान तुरैहा ने कहा कि जाति की जनगणना के फार्म में तुरैहा के जगह तुरहा लिखे जाने के कारण हमारी जाति तुरैहा का वास्तविक जनसंख्या जनगणना में अंकित नहीं हो पायी है, जिसके कारण हमारे जाति के व्यक्तियों को तुरैहा, तुरैहा में भेद बता कर जाति प्रमाण पत्र जारी करने में तहसील के लोगों द्वारा हीला हवाली किया जा रहा है।


श्री संजय पहलवान ने कहा आज भी सभी जाति समाज के लोग संगठित होकर अपने शैक्षिक सामाजिक और राजनीतिक भागीदारी को मजबूत कर विकास की दौड़ में आगे निकल रहे हैं जबकि हमारे समाज के लोग आज भी विकास की बुनियाद से कोसों दूर है। हम चाहते हैं कि हमारें समाज के लोग जागरूक हो, शिक्षित हो और प्रतिनिधि के रूप में तुरैहा समाज के भी लोग आगे आए जो तुरैहा समाज की समस्या को प्रदेश की, देश प्रदेश के पंचायतों में उठा सकें।

कहा कि आजादी के 75 वर्ष होने के बाद भी हम तुरैहा समाज के लोगों का राजनैतिक, आर्थिक, शैक्षिक स्थिति बद से बदतर है। हम दलितों से भी बदतर स्थिति में हैं, हमको कोई राजनैतिक भागीदारी नहीं मिली। समाज में हमको कोई सम्मान नहीं मिल रहा है। इसीलिए हमने जागरूक करने वाले इस कार्यक्रम को आज बागी बलिया की धरती से शुरुआत की है। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि हम चाहते हैं कि हमारे तुरैहा समाज के लोग जागरूक होकर अपने हक की लड़ाई के लिए सड़कों पर आएं। जो भी हमारे तुरैहा समाज के सम्मान और उत्थान में रोड़ा बन रहा है उसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़े और आगे बढ़े। साथ ही साथ सरकार व अन्य राजनीतिक दलों को संदेश भी दिया कि हमारे तुरैहा समाज का वोट लेकर हमारे तुरैहा समाज का विकास नहीं करते हैं। इसीलिए हम अपने समाज को जागरूक कर रहे हैं कि हम वोट उन्हीं को देंगे जो हमारे हक और हमारे सम्मान की कद्र करेगा। इन्हीं सभी विचारों को लेकर आज हम तुरैहा समाज के लोगों को एक साथ एक मंच पर इकट्ठा हुए हैं और यहीं से जागरूकता की मशाल पूरे समाज में फैलाई जाएगी।





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