लखनऊ : नशा मुक्त जागरूकता संगोष्ठी का हुआ आयोजन


प्राथमिक विद्यालय टिकरा, सरोजिनी नगर, लखनऊ 28 फरवरी 2023। दुर्लभ रोग दिवस पर लीवर सिरोसिस जैसी असाध्य बीमारी हेतु जागरूकता कार्यक्रम मे दिया कभी नशा ना करने का संदेश। भारत समृद्धि संस्था के तत्वाधान मे ग्राम प्रधान टिकरा रामखेलावन व शिक्षिका, समाजसेविका रीना त्रिपाठी ने नशा मुक्त जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया।

भारत समृद्धि संस्था के महामंत्री धीरज उपाध्याय ने मुख्य अतिथि व सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए नशे के दुष्प्रभावों से समाज को बचाने हेतु संगोष्ठी का आवाहन करते हुए सभी को अपना मत और विचार रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा समाज से सभी प्रकार के दुर्लभ रोग तभी खत्म हो सकते हैं जब हम नशे को प्रत्येक घर से बाहर करें और हिंदुस्तान नशा मुक्त बनाएं।

मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए माननीय कौशल किशोर  (आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री भारत सरकार) ने उपस्थित सभी बच्चों को असाध्य रोगों के बारे में बताया और कहा कि यदि शरीर के अंदर स्वस्थ अंग रहेंगे, हमारा खान-पान शुद्ध होगा तो शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग लीवर जो कि खून की शुद्धिकरण के लिए जाना जाता है स्वस्थ रहेगा। ज्यादातर लोग जो नशा करते हैं उनके लीवर से ही शराब का पाचन होता है ज्यादा शराब पीने के कारण लीवर में उसकी कोशिकाएं मरने लगती हैं और लीवर सिरोसिस रोग हो जाता है। यदि एक बार यह रोग हो गया तो उसकी चपेट से मरीज को निकाल पाना बड़ा मुश्किल होता है। मेरा बेटा आकाश किशोर उर्फ जेबी शराब का नशा करता था जिसके कारण उसे लिवर सिरोसिस रोग हो गया। मेरी पत्नी जय देवी विधायक है और मैं सांसद हम दोनों मिलकर भी अपने बेटे का अच्छा से अच्छा इलाज कराने के बावजूद नहीं बचा पाए। आज उसकी पत्नी विधवा है और एक छोटा बच्चा अपने पिता के बिना जीवन जीने को मजबूर है, इन सब का मुख्य कारण नशा है। उपस्थित सभी बच्चे और बच्चियां यह संकल्प लें कि वह अपने जीवन में कभी नशा नहीं करेंगे। उपस्थित माताएं और बहनें यदि इस संकल्प के साथ अपने बच्चों का पालन पोषण करें कि नशा किए हुए व्यक्ति को घर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा और एक अनुशासन कायम किया जाए तो निश्चित रूप से समाज सुधरेगा। भयंकर से भयंकर असाध्य रोगों को आत्म संयम और अनुशासन के द्वारा, सही खानपान से रोका जा सकता है।

विशिष्ट अतिथि के तौर पर बोलते हुए डॉ निरुपमा मिश्रा, गाइनेकोलॉजिस्ट, और बाल रोग विशेषज्ञ, उन्होंने बताया कि बच्चे और बड़े यदि समय से सोए और समय से उठे तथा अपनी दिनचर्या को स्वस्थ और पोषक तत्वों से पूर्ण नाश्ते के साथ शुरू करें, योगा करें, ध्यान लगाएं तो निश्चित रूप से बहुत सी असाध्य बीमारियों से बचा जा सकता है। लीवर बहुत ही मजबूत परंतु संवेदनशील अंग होता है यदि एक बार उसमें कोई खराबी आ जाती है और वह फैटी लीवर में तब्दील होने लगता है तो दवाओं के द्वारा और अनुशासन से बीमारी को रोका तो जा सकता है परंतु पहले यह कोशिश की जाए कि किसी भी बुरी लत या नशे में पड़ कर हम अपने लीवर को खराब ना करें।

विशिष्ट अतिथि नवरत्न सिंह, सीनियर नर्सिंग ऑफीसर गैस्ट्रो मेडिसिन पीजीआई ने अपने विचार रखते हुए गांव वालों को इस बात के प्रति जागरूक किया कि यदि बचपन से ही हम ऐसे संस्कार अपने बच्चों में डालें कि नशा बुरा होता है नशा करने से शरीर के अंग बेकार हो जाते हैं और कैंसर, टीवी हेपेटाइटिस बी, एचआईवी जैसे भयंकर रोग हो जाते हैं ।ऐसे लोग जिनका इलाज कराने में पूरा परिवार परेशान तो होता ही है घर की संपत्ति भी नष्ट हो जाती है। अपने मेडिकल कैरियर में मैंने बहुत से परिवारों को टूटता, बिखरता और बर्बाद होता देखा है। उपस्थित सभी लोगों से अनुरोध है कि वह नशे से दूर रहे विशेष तौर पर शराब, जो आप के सामाजिक, आर्थिक राजनीतिक तथा व्यक्तिगत सभी प्रकार का पतन का मुख्य कारण होती है।

कार्यक्रम का संचालन कर रही समाजसेविका रीना त्रिपाठी ने कहा कि नशा मुक्त आंदोलन अभियान कौशल का से जुड़कर निश्चित रूप से एक दिन समाज के सभी वर्गों को इस बात के लिए दृढ़ संकल्प होना होगा कि हम अपने परिवार से अपने समाज से और अपने देश से नशे को बाहर करें। जिस प्रकार नमी के कारण घर की दीवारों में नोना, फफूंदी जैसी चीजें लग जाती हैं और वह पूरे दीवाल को खोखला कर देती हैं, खत्म कर देती हैं और मकान की नींव से लेकरके पूरा मकान जर्जर हो जाता है, उसी प्रकार यदि लीवर को खानपान के द्वारा तथा अत्यधिक शराब पीकर एक बार लीवर सिरोसिस या फैटी लीवर जैसी बीमारियां लग जाती हैं तो मरती हुई कोशिकाओं को नियंत्रित करना मुश्किल होता है और लीवर धीरे धीरे कर कर पूरा खत्म हो जाता है क्योंकि शरीर में शुद्ध रक्त का प्रवाह और शुद्धीकरण लीवर के उससे संबंधित प्लीहा के द्वारा ही होता है इसके बीमार होने पर पूरा शरीर ही नष्ट हो जाता है। अतः हमें सोच समझकर अपने जीवन की रक्षा करनी चाहिए ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिए जो आपको शराब पीने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

गांव में सबसे वरिष्ठ सदस्य देवकरण रावत ,बद्री प्रसाद रावत तथा बुजुर्ग महिलाओं का सम्मान किया गया क्योंकि उन्होंने जीवन में कभी नशा नहीं किया था और लगभग सभी के उम्र 80 साल के ऊपर थी।

प्रकाश चंद्र तिवारी वरिष्ठ शिक्षक ने सभी का कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिए धन्यवाद दिया तथा नशा मुक्त गांव और विद्यालय बनाने का आश्वासन सभी को दिया।

नशा मुक्त आंदोलन अभियान कौशल का टीम से राजू शुक्ला खुरदही बाजार व्यापार मंडल, रवि शंकर तिवारी, रुद्र प्रताप यादव खंड शिक्षा अधिकारी सरोजनी नगर व रामखेलावन (ग्राम प्रधान कल्ली पूरब/टिकरा), मालती देवी सीमा द्विवेदी, राखी कुशवाहा, रीना उपाध्याय, रविंद्र श्रीवास्तव पंचायती राज विभाग, शुभम त्यागी, ललन श्रीवास्तव, वीरेंद्र, उमेश कुमार, दिनेश कुमार प्रधान, सविता सनातन, शुभम त्यागी, लल्लन श्रीवास्तव, सीमा द्विवेदी प्राथमिक विद्यालय टिकरा से प्रधान अध्यापिका रश्मि प्रधान, दीपिका तोमर, नीरज यादव, लक्ष्मी सिंह, विपिन कुमार, कुसुमलता तथा आंगनबाड़ी तारावती व मालती देवी सहित सहित बच्चे व सैकड़ों की संख्या में अभिभावक उपस्थित रहे।




       

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