बलिया : नुक्कड़ नाटक के माध्यम से फाइलेरिया के प्रति जागरूकता की अलख जगाई

 


●स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में सीफार के सहयोग से कचहरी, शहीद पार्क, रेलवे स्टेशन पर हुआ आयोजन 

●सर्वजन दवा सेवन अभियान की बताई अहमियत, दवा सेवन के बताये फायदे  

बलिया, 21 फ़रवरी 2023 - फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम  के तहत  लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इसी क्रम में मंगलवार को जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव के नेतृत्व में आकार फाउंडेशन के लोक कलाकारों ने सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था के सहयोग से विभिन्न स्थानों पर फाइलेरिया से बचाव के लिए सर्वजन दवा सेवन  (एमडीए) कार्यक्रम के बारे में लोगों को जागरूक किया। कलाकारों ने कचहरी, शहीद  चौक, रेलवे स्टेशन पर  नुक्कड़ नाटक के जरिए समुदाय को फाइलेरिया के लक्षण बताने के साथ ही उससे बचाव के तरीकों और 27 फरवरी तक चलने वाले एमडीए कार्यक्रम के दौरान निश्चित रूप से दवा सेवन का संदेश अपने अनोखे अंदाज में दिया। कलाकारों ने यह भी बताया कि एक साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को छोड़कर यह दवा हर किसी को खानी है। 


“सुनो रे भैया, सुनो रे बहना, सुनो रे दादा, सुनो रे अम्मा… बात पते की आज तुम्हें बताने आया हूं…हो जाओ सावधान - तुम्हें जगाने आया हूं.... हाइड्रोसील और हाथी पांव फाइलेरिया की निशानी है…कर देता है जीवन मुश्किल, यही इसकी कहानी है…।” इस गीत के जरिए जब इन कलाकारों ने कचहरी, शहीद चौक, रेलवे स्टेशन में नुक्कड़ नाटक की शुरुआत की तो उत्सुकता के साथ बड़ी संख्या में लोग वहाँ इकठ्ठा हो गए। नाटक के जरिए फाइलेरिया की गंभीरता को समझा और हर साल एमडीए राउंड में खिलाई जाने वाली दवा की उपयोगिता भी समझी। कलाकारों ने अपने संदेश में यह भी बताया कि  इन दवाओं के सेवन से कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। दवा  सेवन के बाद उल्टी, चक्कर, खुजली या जी मिचलाने जैसे लक्षण नजर आयें तो किसी भी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह इस बात का प्रतीक है कि उस व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के कीटाणु मौजूद हैं जो कि दवा खाने के बाद कीटाणुओं के मरने के कारण लक्षण उत्पन्न होते हैं। साल में केवल एक बार लगातार पांच साल तक फाइलेरिया रोधी दवाएं खाने से फाइलेरिया की बीमारी से बचा जा सकता है। कलाकारों की प्रस्तुति को दर्शकों ने सराहा और भरोसा दिलाया कि अभियान के तहत घर-घर पहुंचकर  खिलाई जाने वाली दवा डी ई सी और एल्बेंडाजॉल का सेवन वह आशा कार्यकर्ता के सामने खुद करेंगे और परिवार व आस-पास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। इस दौरान जिला मलेरिया अधिकारी ने जनसमुदाय से अपील की कि सभी लोग स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीमों के सामने ही दवाओं का सेवन सपरिवार करें।


सीफार के सहयोग से नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति बुधवार (22 फ़रवरी) को जनपद के बांसडीह तहसील के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बांसडीह, कचहरी, चौराहा पर साथ ही नगरा ब्लॉक के  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगरा, चौराहा आदि स्थानों पर भी की जाएगी। नुक्कड़ नाटक आकार फाउंडेशन के शाश्वत शुक्ला, दानिश अली अंसारी, दीपक, हन्नू, प्रदुम्न उपाध्याय, हिमेश ने प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में फाइलेरिया इंस्पेक्टर शशी कुमार सिंह, मलेरिया निरीक्षक सुशील कुमार यादव, सी-फार के जिला समन्वयक आशीष कुमार पाण्डेय आदि ने सहयोग किया।



Comments