हाजीपुर: 22.02.2023। पूर्व मध्य रेल द्वारा परिचालन क्षमता में विकास हेतु रेलखंडों का पूर्ण विद्युतीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए रेलखंडों का विद्युतीकरण तेजी से किया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि पूर्व मध्य रेल द्वारा कुल रेलमार्गों में से 95 प्रतिशत रेलमार्ग विद्युतीकृत कर लिए गए हैं। वर्तमान में पूर्व मध्य रेल का 4125 रूट किलोमीटर में से 3911 रूट किलोमीटर विद्युतीकृत हो चुका है।
विदित हो कि पूर्व मध्य रेल के 05 में से 02 मंडल - पंडित दीन दयाल उपाध्याय एवं सोनपुर मंडल शत-प्रतिषत विद्युतीकृत किए जा चुके हैं। धनबाद मंडल में मात्र 10 रूट किमी एवं दानापुर मंडल में केवल 33 रूट किमी का ही विद्युतीकरण किया जाना शेष है जबकि समस्तीपुर मंडल में 169 रूट किमी का विद्युतीकरण शेष है। पूर्व मध्य रेल के पांचों रेलमंडलों में से पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल को भारतीय रेल का पहला शत-प्रतिशत विद्युतीकृत रेलमंडल होने का गौरव प्राप्त है।
विद्युतीकरण से कई फायदे हुए एक ओर जहां ट्रेनों एवं मालगाड़ियों की गति में वृद्धि की जा सकी वहीं विद्युत इंजन से ट्रेनों के परिचालन से समय पालन में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हुई है। ग्लोबल वार्मिंग को कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में भी काफी सहायता मिल रही है। गैर परंपरागत ऊर्जा को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन देने से न केवल ऊर्जा सुरक्षा सुनिष्चित हो रही है बल्कि जलवायु की भी रक्षा हो रही है।
(वीरेन्द्र कुमार)
मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी।
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