बलिया। भारत के राष्ट्रपति राजपत्र संविधान शासनादेश द्वारा बलिया जिले में निवास करने वाले गोंड, खरवार को अनुसूचित जनजाति के रूप में मान्यता दी गई है जिसका घोर अवहेलना/अवमानना करते हुए बलिया जिले के तहसीलदार व लेखपाल गण द्वारा गोंड खरवार जाति का प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा रहा है। अनावश्यक रूप से परेशान व उत्पीड़न किया जा रहा है। जाति प्रमाण पत्र के अभाव में गोंड, खरवार छात्र नौजवान अगली कक्षा में प्रवेश, छात्रवृत्ति और नौकरी के लिए आवेदन फार्म भरने से वंचित हो जा रहे हैं। उत्पीड़न चरम पर है! 29 जनवरी 2023 को बलिया मांडल तहसील पर ऑल गोंडवाना स्टूडेंट एसोसिएशन व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संयुक्त तत्वाधान में बैठक कर आंदोलन की रणनीति तय की गई। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष ललन प्रसाद गोंड ने कहा कि गोंड खरवार आदिवासी जनजाति समुदाय के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए आर-पार का निर्णायक संघर्ष संवैधानिक और लोकतांत्रिक तरीके से छेड़ा जाएगा। इंडियन पीपुल्स सर्विसेज (आईपीएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री उत्तर प्रदेश प्रभारी अरविंद गोंडवाना तथा ऑल गोंडवाना स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आगसा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज शाह ने संयुक्त रूप से कहा कि गोंड-खरवार को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र सुगमता पूर्वक जारी करने की मांग को लेकर 13 मार्च 2023 को बलिया मांडल तहसील पर घेरा डालो-डेरा डालो, जेल भरो आंदोलन प्रारंभ किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।
बैठक में प्रमुख रूप से गोंगापा के दादा अलगू गोंड, जिलाध्यक्ष सुमेर गोंड, उपाध्यक्ष उमाशंकर गोंड, सूचित गोंड, जीउत गोंड, अरविंद गोंडवाना, तहसील अध्यक्ष संजय गोंड, ब्लॉक अध्यक्ष ओमप्रकाश गोंड, राजू खरवार, महेंद्र गोंड, रामचंद्र गोंड, लक्ष्मण गोंड, बेचू गोंड, सुदेश साह, संतोष गोंड, सुरेश शाह रहे।
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