वाराणसी 12 दिसम्बर, 2022; रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं परिचालन सुगमता हेतु मूलभूत ढ़ांचे में विस्तार के क्रम में फरिहा-सठियाँव (29 किमी) रेल खण्ड पर नवनिर्मित दोहरी लाइन के विद्युतीकरण का प्रमुख मुख्य विद्युत इंजिनियर श्री ए के शुक्ला द्वारा संरक्षा परिक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान वाराणसी मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री रामाश्रय पाण्डेय,मुख्य परियोजना प्रबंधक (RVNL) श्री विकास चन्द्रा, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजिनियर (कर्षण) श्री आर एन सिंह, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजिनियर (सामान्य) श्री पंकज केशरवानी, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजिनियर श्री रजत प्रिय, मंडल इंजीनियर (सामान्य) पी पी कुजुर, सहायक मंडल परिचालन प्रबंधक (मूवमेंट) श्री हीरा लाल समेत रेल विकास निगम लिमिटेड एवं वाराणसी मंडल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
प्रमुख मुख्य विद्युत इंजिनियर श्री ए के शुक्ला ने सबसे पहले फरिहां रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और विद्युतीकृत रेल खण्ड के मानक के अनुरूप यार्ड प्लान, न्यूट्रल सेक्शन, पावर सब स्टेशन, स्टेशन वर्किंग रूल, केंद्रीकृत स्टेशन पैनल, पैदल उपरिगामी पुल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग, अर्थिंग ट्रैक, ओवर हेड ट्रैक्शन की ऊँचाई, ब्लॉक ओवर लैप, फाउलिंग मार्क, सैंड हम्प, पैनल इन्टरलॉकिंग, फीडर पावर सप्लाई वितरण प्रणाली तथा नियंत्रण फीडर आइसोलेशन आदि की संरक्षा परखी। फरिहां स्टेशन पर प्रमुख मुख्य विद्युत इंजिनियर ने दोहरिकृत रेल खण्ड के विद्युतीकरण के मुताबिक विकसित विभिन्न कार्यो का निरीक्षण में सभी कार्य मानक के अनुरूप पाया।
तदुपरान्त प्रमुख मुख्य विद्युत इंजिनियर ने अपने निरीक्षण स्पेशल टावर वैगन से फरिहा-सरायरानी-आजमगढ़ ब्लाक सेक्शन के निरीक्षण के लिए रवाना हुए। प्रमुख मुख्य विद्युत इंजिनियर ने फरिहा-आजमगढ़ रेल खण्ड पर किमी सं-48/19-21 पर ओवर हेड विद्युत लाइन क्रासिंग का परिमापन किया और विद्युतीकृत खण्ड के मानक के अनुरूप संरक्षा परखी, इसी क्रम में किमी सं-50/6 पर रानी की सराय IBS स्टेशन का निरीक्षण किया और विद्युतीकृत रेल खण्ड के मानक के अनुरूप यार्ड प्लान, न्यूट्रल सेक्शन, पावर सब स्टेशन, स्टेशन वर्किंग रूल, केंद्रीकृत स्टेशन पैनल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग, अर्थिंग, ओवर हेड ट्रैक्शन की ऊँचाई, पावर डिस्ट्रीब्यूशन एवं विफलता की स्थिति में किये जाने वाले कार्य प्रणाली देखी। तत्पश्चात उन्होंने वे आजमगढ़ रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और विद्युतीकृत रेल खण्ड के मानक के अनुरूप यार्ड प्लान, न्यूट्रल सेक्शन, पावर सब स्टेशन, स्टेशन वर्किंग रूल, केंद्रीकृत स्टेशन पैनल, पैदल उपरिगामी पुल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग, अर्थिंग ट्रैक, ओवर हेड ट्रैक्शन की ऊँचाई , ब्लॉक ओवर लैप, फाउलिंग मार्क, सैंड हम्प, पैनल इन्टरलॉकिंग, फीडर पावर सप्लाई वितरण प्रणाली तथा नियंत्रण फीडर आइसोलेशन आदि की संरक्षा परखी। तदुपरांत मुख्य इंजिनियर आजमगढ़-सठियाँव रेल खण्ड का निरीक्षण करते हुए आगे बढ़े और किमी सं-40/02 स्थित सिधारी हाल्ट का संरक्षा निरीक्षण कर विद्युतिकृत खण्ड के मानकों के अनुरूप विभिन्न संशोधनों की जाँच के साथ-साथ इस रेल खण्ड पर पड़ने वाले समपार फाटकों का भी संरक्षा निरीक्षण किया और फाटकों पर नियुक्त गेटमैनों का विधुतिकृत खण्ड पर कार्य करने हेतु संरक्षा ज्ञान परखा और संतुष्ट हुए।
इसके बाद प्रमुख मुख्य विद्युत इंजिनियर अपने निरीक्षण स्पेशल से उक्त रेल खण्ड का निरीक्षण करते हुए आगे बढ़े और रेल खण्ड में पड़ने वाले कर्वेचर का इन्डेन्ट मापा एवं ओवर हेड ट्रैक्शन लेवलिंग तथा अभिकेन्द्र त्वरण का परिक्षण किया। तदुपरांत निरीक्षण के क्रम में प्रमुख मुख्य विद्युत इंजिनियर ने किमी सं-30/5 पर सठियाँव के पावर सब स्टेशन पहुँचे और पावर सप्लाई, पावर डिस्ट्रीब्युशन,अर्थिंग एवं आपात स्थिति में प्रबंधन का परिक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में आगे बढते हुए उन्होंने विधुतीकृत के अनुरूप सभी उपकरणों का संस्थापन स्टैंडर्ड मानको के अनुरूप पाया। इसके पश्चात प्रमुख मुख्य विद्युत इंजिनियर ने सठियाँव रोड रेलवे स्टेशन पहुँच कर स्टेशन का व्यापक निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने स्टेशन वर्किंग रुल, प्लेटफार्म से ओवर हेड की ऊँचाई, पैदल उपरिगामी पुल से ओवर हेड क्लियरेंस एवं विद्युतीकृत मानकों के अनुरूप ट्रैक सर्किट, सिगनलिंग, ब्लाक यंत्र एवं यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु विभिन्न यात्री सुविधाओं का निरीक्षण किया।
फरिहाँ-सठियाँव रेल खण्ड पर निरीक्षण करते हुए प्रमुख मुख्य विद्युत इंजिनियर ने ब्लाक सेक्शन में समपार फाटकों से ओवर हेड की उचित दूरी, कर्वेचर के इन्डेन्ट ,पूल पुलियाओं तथा ब्लाक सेक्शन में विद्युतीकृत स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार लाइन फिटिंग्स, बैलास्टिंग एवं पैकिंग, कर्वेचर पर क्लियरेंस तथा विद्युतीकरण के अनुरूप समपार फाटकों बूम लॉक व हाइट गेजों के संस्थापन सुनिश्चित किया।
निरीक्षण के उपरान्त अधिकतम गति से नई विद्युतीकृत लाइन पर विद्युत इंजन युक्त स्पेशल ट्रेन से प्रमुख मुख्य विद्युत इंजिनियर द्वारा गति परीक्षण सफल रहा। इस दौरान निरीक्षण स्पेशल ने 120 किमी प्रति घंटे की उच्चतम गति से सठियाँव से फरिहा की दूरी तय कर की। आम जनता को यह सूचना दी जाती है कि आज से सठियाँव-फरिहा खण्ड को विद्युतीकृत समझें और रेलवे ट्रैक तथा ओवर हेड लाइन से सुरक्षित दूरी बनाये रखें।
अशोक कुमार*
जन सम्पर्क अधिकारी, वाराणसी।
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