बलिया : सर्दी-जुकाम होने पर लें भाप, रहें सतर्क : डॉ० अभिषेक

 


जुकाम-खांसी से कमजोर होती है रोग प्रतिरोधक क्षमता

बलिया, 29 नवम्बर 2022। ठंड के मौसम में खांसी-जुकाम और फ्लू की समस्याएं बढ़ने लगती हैं। सामान्य खांसी-जुकाम और फ्लू की समस्या से भी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर असर पड़ सकता है, ऐसे में शुरूआती लक्षण होने पर ही इसका उपचार कर लें और सतर्क रहें। यह कहना है पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट डॉ० अभिषेक मिश्रा का।

डॉ० मिश्रा ने बताया कि ठंड में सर्दी-जुकाम और सामान्य फ्लू की समस्या हो सकती है। सर्दी, खांसी और जुकाम होने पर गर्म पानी का भाप (स्टीम) भी ले सकते हैं। इससे ज्यादा  आराम मिल सकता है। गर्म पानी का भाप लेना एक चिकित्सीय तरीका है, इससे नाक और गले के माध्यम से फेफड़ों तक गर्म हवा पहुंचती है, जो सर्दी में काफी राहत देती है। गर्म भाप से बंद नाक खुल जाती है और सांस लेने में दिक्कत नहीं होती है। इतना ही नहीं भाप लेने से शरीर का तापमान बढ़ता है और रक्त संचार भी सुधरता है। भाप लेना भी एक कला है। अगर इसे सही तरीके से सही समय लिया जाए तो ये बेहद कारगर साबित होता  है। 

सर्दी-जुकाम के लिए इस तरह लें भाप -

-एक बर्तन में पानी लें और उसे तेज गर्म करें। भाप लेने के लिए भाप की मशीन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जब पानी तेज गर्म हो जाए तो इसमें विक्स मिला लें। अब तेज गर्म पानी के बर्तन के ऊपर अपने चेहरे को 30 सेंटीमीटर की दूरी पर रखें। सिर को टॉवेल से अच्छी तरह से ढंक लें और अब लम्बी-लम्बी सांस लें। भाप कम से कम 5-10 मिनट तक लें, ताकि गर्म हवा  फेफड़ों तक पहुंच कर सर्दी-खांसी और कफ से निजात दिलाये।

-नमक डालकर गुनगुना पानी का गरारा करें। इसके बाद गर्दन को सूती या गर्म कपड़े से ढक लें। गरारा करने के कम से कम 15 मिनट बाद तक ठंड से बचें। सुबह-शाम या तीन में तीन बार गरारा करने से आपके गले का संक्रमण काफी कम जाएगा और आप ताजगी महसूस करेंगे।

भाप लेने के फायदे -

-सर्दी-जुकाम और कफ होने पर भाप लेना बेहद असरदार साबित होता है। भाप लेने से न केवल सर्दी ठीक होगी बल्कि गले में जमा हुआ कफ भी आसानी से निकल सकेगा और किसी तरह की परेशानी भी नहीं होगी।

-अस्थमा के मरीजों को भाप लेने के बेहद फायदे हैं । भाप सीने से कफ को साफ करती है और सांस असानी से लेने में मदद करती है। 

भाप लेते समय इन बातों का रखें ख्याल - 

-अगर भाप लेते समय आंखों में जलन या कोई और परेशानी हो रही है तो तुरंत टॉवेल हटा दें और भाप न लें।

-अगर सर्दी-जुकाम में राहत मिल गई है तो ज्यादा भाप न  लें।

-बच्चों, गर्भवती और अस्थमा के मरीजों को भाप लेते समय ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।

खान-पान पर भी रखे ध्यान -

-सर्दी जुकाम होने पर भाप के साथ-साथ गर्म पेय पदार्थों का भी अधिक से अधिक सेवन करें विशेषकर गर्म पानी, काला कॉफी चाय, सूप, गरम दलिया, खिचड़ी आदि का अधिक से अधिक सेवन करें, बासी एवं ठंडे खानों के उपयोग से बचें।

-पौष्टिक आहार लेना चाहिए, इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। पर्याप्त पानी पीना चाहिए। मौसमी फलों व सब्जियों का खाने में प्रयोग करना चाहिए। पिज्जा, बर्गर, चाट, तली चीजें न खाएं। शारीरिक परेशानी होती है तो चिकित्सक से परामर्श लें। बदलते मौसम में नियमित योग करना चाहिए। नियमित मेडिटेशन करें और इसे दिनचर्या में शामिल करें।

जिला अस्पताल में कार्यरत फिजीशियन डॉ० मनोज झा ने बताया कि आजकल सर्दी, जुकाम, बुख़ार के प्रतिदिन लगभग 30 से 40 मरीज आ रहें हैं।



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