वर्ष 2022 -23 के लिए "गुरु गोविंद सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार" हेतु मांगे गए प्रस्ताव


भेजे जाने वाले प्रस्ताव में पूरी पारदर्शिता रखी जाए और गाइड लाइन का अक्षरशः पालन सुनिश्चित किया जाए : श्री केशव प्रसाद मौर्य                 

लखनऊ: 8 अगस्त 2022 । उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि प्रदेश में निवासरत व्यक्तियों में से कोई भी व्यक्ति, जिसने मानवाधिकारों की रक्षा, सामाजिक न्याय एवं राष्ट्रीय एकीकरण के क्षेत्र में सर्वोत्कृष्ट कार्य किया हो तथा इस हेतु पूर्णत: समर्पित रहे हों, को सार्वजनिक रूप से सम्मानित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा गुरु गोविंद सिंह जी के जन्म दिवस ( 5 जनवरी) पर "गुरु गोविंद सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार" प्रदान किए जाने व रूपये  एक लाख का नगद पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र दिए जाने की व्यवस्था की गई है।

उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि इस सम्बन्ध में जो भी प्रस्ताव जिलों से भेजें जांय, उनमें पूरी पारदर्शिता रखी जाए और शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।

प्रमुख सचिव, राष्ट्रीय एकीकरण, श्री जितेंद्र कुमार द्वारा इस संबंध में समस्त मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को परिपत्र भेजते हुए कहा गया है है कि वह निर्धारित मापदंडों को पूरा करने वाले पात्र महानुभावों के प्रस्ताव उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों का तथ्यात्मक विवरण एवं अभिलेखीय साक्ष्यों के साथ निर्धारित प्रारूप में स्पष्ट आख्या एवं संस्तुति सहित शासन को प्रत्येक दशा में 30 सितंबर 2022 तक 4 प्रतियों में उपलब्ध कराने की कार्यवाही सुनिश्चित करें।

जारी दिशा-निर्देशों में प्रमुख सचिव, राष्ट्रीय एकीकरण द्वारा कहा गया है कि जिन महानुभावों का प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया जाय, उनके संबंध में जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक की संयुक्त आख्या में व्यापक जांच कर तथ्यात्मक विवरण  अभिलेखीय साक्ष्यों सहित यह भी प्रमाण पत्र  अंकित किया जाए कि उनके विरुद्ध कोई अपराधिक मामला प्रचलित/लम्बित नहीं है और किसी भी अपराधिक मामले में किसी न्यायालय द्वारा उन्हें दण्डित नहीं किया गया है।

बी एल यादव

सूचना अधिकारी। 



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