बलिया : दामिनी ऐप‘ से 4 घंटे पहले मिलेगी वज्रपात की चेतावनी


राहत आयुक्त कार्यालय ने 'इंन्टीग्रेटेड अर्ली वार्निंग सिस्टम' विकसित

बलिया: आकाशीय बिजली गिरने, यानि बज्रपात से जनहानि के खतरे को कम करने के लिए सभी लोग अपने मोबाइल में दामिनी ऐप जरूर डाउनलोड कर लें। प्ले स्टोर से यह डाउनलोड किया जा सकता है। इस ऐप पर बज्रपात की चेतावनी 4 घंटे पहले ही मिल जाएगी, जिससे सुरक्षित स्थान पर जाने का समय मिल जाएगा।

अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार सिंह ने बताया कि आपदाओं की पूर्व चेतावनियों को आम जनमानस तक समय से पहुंचा कर प्रदेश में आपदा से होने वाली जनहानि को कम से कम करने के लिए प्रदेश मुख्यालय स्थित राहत आयुक्त कार्यालय ने ‘इंन्टीग्रेटेड अर्ली वार्निंग सिस्टम‘ विकसित किया है। यह सिस्टम मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट, डाटा को लेकर राहत आयुक्त कार्यालय की वेबसाइट पर रजिस्टर्ड ग्राम प्रधानों (पूर्व एवं नवनिर्वाचित), लेखपालों, आंगनवाड़ी कार्यकत्री, आशा पुलिसकर्मियों, कृषकों को रियल टाइम में प्रेषित करता है। ‘इन्टीग्रेटेड अर्ली वार्निंग सिस्टम‘ के माध्यम से किसी संभावित आपदा, खराब मौसम का अलर्ट मात्र उन्हीं लोगों को प्राप्त होता है, जिनका मोबाइल नंबर राहत आयुक्त कार्यालय की वेबसाइट पर रजिस्टर्ड है। प्रदेश में प्रतिवर्ष बिजली गिरने से होने वाली क्षतियों के दृष्टिगत ऐसी व्यवस्था की आवश्यकता है, जिसकी पहुंच आम जनमानस तक आसानी से हो। 

आपदा विशेषज्ञ पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय तथा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेट्रोलॉजी ने वज्रपात की पूर्व चेतावनी, अलर्ट भेजने के लिए ‘दामिनी ऐप‘ विकसित किया गया है। इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। दामिनी ऐप लगभग 20 किमी व क्षेत्र में संभावित लाइटनिंग अलर्ट (आकाशीय बिजली की चेतावनी) का नोटिफिकेशन लगभग 4 घंटे पहले भेजता है। इससे व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने और बचाव का अवसर प्राप्त हो सकेगा। बिजली गिरने की पूर्व चेतावनी, अलर्ट को अधिक से अधिक व्यक्तियों तक पहुंचाने के लिए जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण बलिया द्वारा ‘दामिनी ऐप‘ को जिले, तहसील, गांव और ब्लॉक स्तर के संबंधित अधिकारियों, समस्त ग्राम प्रधानों, लेखपालों, आंगनबाड़ी कार्यकत्री और आशा तथा आम जनमानस को भी ‘दामिनी ऐप‘ को डाउनलोड करने के लिये प्रेरित किया जा रहा है।




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