पूर्वोत्तर रेलवे का वाराणसी मंडल चिकित्सालय बना भारतीय रेलवे का पहला 5S सर्टिफाईड रेलवे अस्पताल




वाराणसी 20 मई, 2022। वाराणसी मंडल के मंडलीय चिकित्सालय भारतीय रेलवे का पहला 5S स्टैंडर्ड अस्पताल होने का गौरव प्राप्त हुआ।  मंडल कार्यालय के सभागार कक्ष में आज 20 मई, 2022 को आयोजित एक समारोह में क्वालिटी सर्किल फोरम आफ इण्डिया के अध्यक्ष श्री अविनाश मिश्रा ने प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक डा० एम.एल.चौधरी को 5S सर्टिफिकेट प्रदान किया। इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक, वाराणसी श्री रामाश्रय पाण्डेय अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) श्री ज्ञानेश त्रिपाठी, अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) श्री एस.पी.एस.यादव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा एम एस नबियाल, अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा सुनंदा चतुर्वेदी, अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा आर आर सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा कल्पना दुबे, अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा नीरज कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा एस के बरनवाल, अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. ए0 के0 सिंह, सहायक मंडल चिकित्साधिकारी डा ममता सिंह, डा अब्दुल माबूद, डा प्रियम प्रसाद, डा आशिष गुप्ता, डा अमरनाथ एवं क्वालिटी सर्किल फ़ॉर इंडिया वाराणसी चैप्टर के निदेशक डा अशोक राय, सचिव श्री असनमय चक्रवर्ती, संयुक्त सचिव अरुणा सिंह एवं सभी शाखाधिकारी एवं मंडल चिकित्सालय के चिकित्साधिकारी उपस्थित थे।  

इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक श्री रामाश्रय पाण्डेय  ने QCFI वाराणसी चैप्टर के पदाधिकारियों को उनके प्रयासों के लिए आभार प्रकट करते हुए कहा की मंडल चिकित्सालय वाराणसी भारतीय रेलवे का यह पहला रेलवे अस्पताल  है जिसे यह सम्मान मिला है। यह रेलवे चिकित्साधिकारीयों के कुशल प्रबंधन एवं कर्मचारियों के अथक परिश्रम का परिणाम है। 5S कार्यस्थल  प्रबन्धन का एक ऐसी प्रणाली है जिसे लागू होने पर पूरे कार्यालय की व्यवस्था स्वचालित तरीके से चलती है और कार्यालय स्वच्छ और सुंदर हो जाता है। इसके लिए हर रोज आपको 5 मिनट देना है ताकि आप अपने कार्यस्थल को साफ-सुथरा और व्यवस्थित कर सकें। आपके परिवेश का बहुत गहरा प्रभाव आपकी मनः स्थिति पर पड़ता है, आप जहाँ रहते हैं अथवा जहाँ काम करते हैं उस स्थान पर अव्यवस्थित सामग्री पड़ी हो तो निगेटिव वाईब्स के कारण आप जल्दी थक जाते है और काम प्रभावित होता है। 5S के माध्यम से हम अपने कार्य क्षेत्र को कम समय में बेहतर ढंग से ऑर्गेनाइज रख सकते है और कोई भी सामान मात्र 30 सेकेण्ड में प्राप्त कर सकते हैं। वैसे भी सुखी जीवन के लिए बहुत कुछ त्याग करना होता है और कार्य क्षेत्र में क्या कब त्याग करना है की कला 5S प्रणाली सिखाती है। साफ सुथरे और व्यवस्थित स्थानों में आने वाले बाहरी लोग भी साफ-सफाई का ध्यान रखते है, इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने दिल्ली मैट्रो का जिक्र किया। मंडल चिकित्सालय में QSFI के माध्यम से 5S प्रणाली लागु होने से व्यापक सुधार हुए हैं इसके लिए मै QSFI वाराणसी चैप्टर की टीम एव मंडल चिकित्सालय के कर्मचारियों को बधाई देता हूँ।

समारोह को संबोधित करते हुए प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक डा० एम.एल.चौधरी ने मंडल चिकित्सालय को QSFI की तरफ से 5 S सर्टीफिकेशन के लिए बधाई देते हुए बताया की 5S ऐसा प्रोसेस है जो वर्क प्लेस पर  कार्य करने हेतु बेहतर माहौल बनाता है। मंडल चिकित्सालय के वर्क कल्चर और वर्क इन्वोयरमेंट के बेहतर होने से चिकित्सा कर्मचारियों के साथ-साथ यहाँ इलाज के लिए आने वाले मरीजों को भी बहुत सुविधा होगी। मरीजों को जल्दी स्वास्थ्य लाभ होगा और मरीजों की संतुष्टि बढ़ेगी।

इस क्रम में समारोह को संबोधित करते हुए क्वालिटी सर्किल फ़ॉर इंडिया  के अध्यक्ष श्री अविनाश मिश्रा ने बताया की मंडल चिकित्सालय वाराणसी  के प्रबंधन में 5S प्रणाली को लागू किये जाने के पूर्व निरीक्षण किया और प्रबंधन को अनुकूल पाया है। उन्होंने ने बताया की QSFI का वाराणसी  चैप्टर देश का सबसे सक्षम चैप्टर है जो प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में विगत वर्षो से एक्टिव है और लगातार सफलता हासिल कर  रहा है। इस क्रम में QSFI संस्था द्वारा एक स्टेशन, एक थाना, एक अस्पताल और एक कार्यालय को 5S प्रणाली लागू करने का लक्ष्य रखा गया था जो अब पूरा होता दिख रहा है। उन्होंने बताया की किसी भी संस्था के आधारभूत कर्मचारियों को QSFI में ट्रेन्ड करना सबसे आवश्यक है क्योंकि यही कर्मचारी QSFI के 5S प्रणाली के क्रियान्वयन में सबसे ज्यादा सहायक सिद्ध होते है।

समारोह का संचालन करते हुए अपर मंडल रेल प्रबंधक(इन्फ्रा) श्री ज्ञानेश त्रिपाठी  ने बताया कि विगत वर्ष से QCFI के सहयोग से मंडल चिकित्सालय  को 5S अस्पताल  बनाने का प्रयास चल रहा था। जिसकी परिणिति आज 5S सर्टिफिकेट के रूप में प्राप्त हो गई है। स्वच्छता के लिए 5S (पंच चरणीय प्रणाली) कार्यस्थलों के प्रबंधन की वैज्ञानिक विधा है जिसको अपनाने से स्वच्छता, सुन्दरता एवं सुरक्षा स्थाई रूप से विधमान हो जाती है। इसी क्रम में वाराणसी के मंडल चिकित्सालय को छह जोंन में बाँट कर 5S प्रणाली को क्रमबद्ध तरीके से इम्प्लीमेंट किया गया जिसमें तीन जोन का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा। इसमें बेस्ट जोन का पुरस्कार जोंन नम्बर 4 के लीडर डा आर आर सिंह को दिया गया। श्री त्रिपाठी बताया कि 5S (पांच चरणीय) तकनीकी प्रबंधन एक ऐसा सिद्धांत है जिससे स्थाई स्वच्छता अपने आप कायम हो जाती है। इसके पांच चरण हैं :-1S. पुनर्व्यवस्था, 2S. सुव्यवस्था, 3S. सफाई, 4S. मानक स्थापित करना, 5S. जागृती लाना। उन्होंने कहा कि यह ऐसी तकनीकी है जो किसी भी स्थान (सघन या सरल) पर आसानी से लागू किया जा सकता है।

इस अवसर पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. नीरज कुमार ने कहा मुझे यह बताते हुए अत्यन्त हर्ष हो रहा है कि आज वाराणसी मंडल के मंडल चिकित्सालय को भारतीय रेलवे के विश्व स्तरीय अस्पतालों की गुणवत्ता उत्तम कार्य प्रबन्धन प्रणाली ‘‘5S प्रमाणपत्र‘‘ प्राप्त करने का गौरव प्राप्त हुआ है। 


*अशोक कुमार*

जनसंपर्क अधिकारी, वाराणसी। 



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