चाणक्य नीति : महिलाओं की बार-बार रोने की आदत होती है परिवार के लिए बेहद शुभ! हैरान कर देंगे कारण

 


महिलाओं की कुछ आदतें उनके जीवन के लिए तो अच्‍छी साबित होती ही हैं लेकिन वे घर-परिवार के लिए भी बेहद शुभ रहती हैं. ऐसी ही एक आदत है बात-बात पर रोने की. चाणक्‍य नीति में महिलाओं की इस आदत को परिवार की बेहतरी के लिए बहुत अच्‍छा बताया गया है. 

आचार्य चाणक्य ने अर्थशास्‍त्र, कूटनीति, राजनीति के अलावा घर-परिवार से जुड़ी बेहद काम की बातें भी बताई हैं. चाणक्‍य नीति में बताई गई ये बातें घर को स्‍वर्ग बना देती हैं, पति-पत्‍नी के रिश्‍ते को बेहद मजबूत करती हैं और जीवन में हर सुख पाने का तरीका बताती हैं. आज हम महिलाओं की एक खास आदत के बारे में बात करते हैं, जिसे चाणक्‍य नीति में बहुत अच्‍छा बताया गया है. आपने देखा होगा कि कई महिलाओं में बात-बात पर रोने की आदत होती है. चाणक्‍य नीति के मुताबिक ऐसी महिलाएं घर-परिवार के लिए बेहद शुभ साबित होती हैं. 

इसलिए परिवार के लिए लकी होती हैं ऐसी महिलाएं : 

महिलाओं की बार-बार रोने की आदत कई लोगों को बुरी लगती है लेकिन घर-परिवार की खुशी और सुकून के लिए यह अच्‍छी होती है. चाणक्‍य नीति में इसके पीछे की वजह बताई गई है. साथ ही कहा गया है कि ऐसी महिलाओं की बहुत कद्र करनी चाहिए. 

- चाणक्‍य नीति के मुताबिक बात-बात पर रोने वाली महिलाएं अपने पति-परिवार से दूर नहीं होना चाहती हैं. उनकी यह भावना परिवार को जोड़े रखने के लिए बहुत अच्‍छी होती है. 

- जो महिलाएं बिना गलती के भी रोने लगती हैं वे बेहद कोमल हृदय वाली होती हैं. उनमें मम्‍त्व कूट-कूटकर भरा होता है. ऐसी महिलाएं अपने परिवार को बहुत प्‍यार करती हैं. 

- महिलाओं का रोना-चिल्‍लाना उनके अंदर तनाव या गुस्‍से को इकट्ठा नहीं होने देता है, इससे वे बीमारियों से भी बचती हैं. साथ ही वे किसी बात को मन में नहीं बिठातीं हैं और वे लोगों को जल्‍दी माफ भी कर देती हैं.

- बात-बात पर रो देने वाली महिलाएं कभी किसी का भी दिल नहीं तोड़ती हैं. वे हमेशा दूसरों की भावनाओं का ख्‍याल रखती हैं. उनके स्‍वभाव की यह खासियत पूरे परिवार को उनका मुरीद बना देती है. साथ ही मुश्किल वक्‍त को भी आसानी से पार करा देती है. 

Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. 



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